राजस्थान के उदयपुर में मचेगी होली की धूम, 80 प्रतिशत तक बुक हुए 800 से ज्यादा होटल और रिसॉर्ट
कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के बाद फरवरी से राजस्थान (Rajasthan) में सबकुछ खुल चुका है.
कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के बाद फरवरी से राजस्थान (Rajasthan) में सबकुछ खुल चुका है, यानी यहां अब किसी तरह की पाबंदियां लागू नहीं हैं. इसी कारण 2 साल बाद होली (Holi) का त्योहार बिना पाबंदियों के मनाया जाएगा. ऐसे में उदयपुर (Udaipur) इन दिनों पर्यटन का हब बन चुका है. उदयपुर में 150 रिसॉर्ट और 800 के करीब होटल हैं, जो 80 प्रतिशत तक बुक हो चुके हैं. यहां लगातार भारी संख्या में पर्यटक (Tourist) आ रहे हैं. यही नहीं पर्यटकों के आने पर होटल संचालक भी अब नए तरह से होली मनाने का प्लान कर रहे हैं.
प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन की तैयारियों को लेकर बात करें तो पहली बार हर पर्यटन स्थल पर आदिवासी महिलाओं की तरफ से बनाए गए हर्बल गुलाल के स्टॉल लगाए गए हैं. मकसद ये है ली भारी संख्या में आए हुए पर्यटकों को शुद्ध गुलाल मिले और महिलाओं को बेहतर आय प्राप्त हो. उदयपुर में पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने शहर के 10 पर्यटन स्थलों पर महिलाओं को बैठने के लिए जगह दी है.
तमाम शहरों से आ रही है बुकिंग
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गुजरात, दिल्ली, मुंबई सहित काफी शहरों से बुकिंग आ रही है. इस साल होली पर सीजन अच्छा रहने की उम्मीद है. 4 दिन का लंबा वीकेंड होने से भी बुकिंग में इजाफा हुआ है. इसमें कुछ और बढ़त की उम्मीद है. इसी साल फरवरी में भी 77 हजार देसी पर्यटक आए थे, जो 11 साल में सर्वाधिक थे. होटल संस्थान दक्षिणी राजस्थान के सचिव राकेश चौधरी ने बताया कि इस बार होली पर पाबंदियां नहीं हैं. बुकिंग ग्राफ बढ़ा है.
बढ़ेगी पर्यटकों की संख्या
पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि होली पर शहर में काफी संख्या में पर्यटकों ने होटल, रिसॉर्ट में बुकिंग करवाई है. इससे सीजन अच्छा बीतने की उम्मीद है. फिर 27 मार्च से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होने जा रही है. इससे विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा. गणगौर और मेवाड़ महोत्सव भी आ रहे हैं. इन्हें लेकर विदेशी पर्यटकों में क्रेज रहता है.