जयपुर: करधनी थाना इलाके में गत साल 9 नवम्बर को निर्मल विहार में प्रॉपर्टी डीलर विजेंद्र सिंह गुलाबबाड़ी की हत्या के मामले में फरार सरगना शिवराज सिंह जुसरिया उर्फ कालू सहित दो बदमाशों को पुलिस ने अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया है। आरोपी शिवराज सिंह जुसरिया निवासी गांव जसुरिया नागौर और शिवराज उर्फ शेखू बन्ना निवासी गांव धानोता अमरसर के रहने वाले हैं। इस हत्याकांड में अब तक 12 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। अभी तक पांच से ज्यादा आरोपी फरार चल रहे हैं।
डीसीपी (वेस्ट) वंदिता राणा ने बताया कि मुख्य आरोपी साल 2019 में हरमाड़ा में हुए महावीर मीणा हत्याकांड में गिरफ्तार हो चुका है। इसके बाद आरोपी ने योजना बनाकर नौ नवंबर की शाम को करधनी में विजेंद्र गुलाबबाड़ी की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद पुलिस ने बलदीप सिंह उर्फ सोनू व विजय सिंह उर्फ सन्नी, सागर सिंह उर्फ दीपेन्द्र, जितेन्द्र सिंह हुलढाणी, दुर्गेश सिंह चन्द्रावत, शैलेन्द्र सिंह उर्फ नागर सिंह, संग्राम सिंह, भूपेन्द्र सिंह उर्फ भूपी, अजय सिंगोद और राघवेन्द्र सिंह उर्फ बंटी को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद सरगना शिवराज को पकड़ने के लिए झोटवाड़ा एसीपी प्रमोद स्वामी, करधनी थाना प्रभारी हीरालाल सैनी और कालवाड़ थाना प्रभारी रविन्द्र प्रताप के नेतृत्व में टीम बनाई गई। टीम ने मुखबिर की सूचना पर बीती शनिवार को कसौल (हिमाचल) में दबिश देकर शिवराज सिंह को पकड़ लिया। पूछताछ करने पर सामने आया कि गैंग का सरगना शिवराज अभी गांव के पास आया हुआ है। पुलिस टीम ने वहां दबिश देकर उसे पकड़ लिया। दोनों आरोपियों ने हत्या के बाद कसौल, शिमला, अयोध्या, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, अहमदाबाद, भीलवाड़ा और नागौर सहित कई जगह पर फरारी काटी है।