’राज्यपाल ने बाल यौन अपराधों के कारण और रोकथाम अध्ययन से जुड़ी और सुशासन के लिए भ्रष्टाचार
जयपुर । राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री कलराज मिश्र ने गुरुवार को राजभवन में सरदार पटेल, सुरक्षा एवं दांडिक न्याय विश्वविद्यालय, जोधपुर की यूनिसेफ द्वारा प्रायोजित राजस्थान पुलिस अधिकारियों के शोध अध्ययन आधारित पुस्तक ‘बालिकाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराधों के कारण एवं रोकथाम‘ और विश्वविद्यालय के ‘काउंटर करप्शन केंद्र‘ द्वारा प्रकाशित ‘सुशासन के अंतर्गत भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान‘ से संबंधित संपादित पुस्तक का लोकार्पण किया।
राज्यपाल ने इस अवसर पर बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के वैधानिक नियमों, नीतियों और कानून के संबंध में जागरूकता के साथ ही सुशासन के लिए भ्रष्टाचार की प्रभावी रोकथाम करने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाने का आह्वान किया। राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा कि बाल यौन अपराध समाज विकास का बड़ा अवरोध है। उन्होंने ऐसे अपराधों को रोके जाने के लिए कारगर और प्रभावी प्रयास किए जाने पर जोर दिया।
श्री मिश्र ने ‘बच्चों का संरक्षण कानून‘ पोक्सो (POCSO) की चर्चा करते हुए कहा कि बाल यौन अपराधों के संबंध में सजा के लिए स्पेशल कोर्ट की भी व्यवस्था है। ऐसे अपराधों पर त्वरित और प्रभावी कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने विद्यालयों में बच्चों को भी असामान्य ‘व्यवहार’ के प्रति सजग रहने के लिये प्रेरित करने, इंटरनेट, मोबाइल, सोशल मीडिया के अश्लील सामग्री को भी यथासंभव प्रतिबंधित किए जाने आदि पर जोर दिया। उन्होंने सुशासन के साथ भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए भी सबको मिलकर कार्य किए जाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार और गृह राज्य मंत्री श्री जवाहर सिंह बेढम ने दोनों ही पुस्तकों के अंतर्गत हुए अध्ययन को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने राज्यपाल द्वारा संविधान संस्कृति के लिए किए जा रहे कार्यों की भी सराहना की।
पुलिस विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आलोक त्रिपाठी ने विश्वविद्यालय द्वारा पुलिस शोध और अनुसंधान के तहत किए जा रहे कार्यों और प्रकाशनों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा श्री सुबीर कुमार, राज्यपाल के सचिव श्री गौरव गोयल, प्रमुख विशेषाधिकारी श्री गोविंद राम जायसवाल, पुलिस महानिदेशक श्री यू.आर. साहू, पुलिस महानिदेशक जेल श्री भूपेंद्र दक सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और विश्वविद्यालय के आचार्य तथा अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।