राजस्थान सरकार की तरफ से 4 साल में गौशालाओं के लिए मिला, 2313 करोड़ रुपए का अनुदान मिला
उदयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को गोवर्धन विलास स्थित उदयपुर दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के परिसर में किसान प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। उन्होंने केंद्र का अवलोकन कर विकास कार्यों के लिए सराहना की। गहलोत ने दुग्ध दिवस समारोह में पशुपालकों को संबोधित भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों और पशुपालकों के सर्वांगीण विकास में कोई कमी नहीं रखी है। गत 4 वर्षों में गौशालाओं को 2313 करोड़ रुपए से अधिक का अनुदान दिया है, जबकि गत सरकार ने 5 साल में गौशालाओं को 150 करोड़ रुपए ही दिए गए थे। मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना में पशुपालकों के दो दुधारू पशुओं के लिए 40-40 हजार रुपए का बीमा करा रही है। हर पंचायत समिति में नंदीशालाएं खोली जा रही है। साथ ही, 5 हजार डेयरी बूथ खोले जा रहे है, जिससे आमजन को रोजगार मिलेगा।
गहलोत ने कहा कि पशुपालकों को प्रति लीटर दूध पर 5 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है, अभी तक 1110 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जा चुका है। इससे उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। गौशालाओं को अब 9 माह अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत भी विद्यालयों में बच्चों को अब 6 दिन दूध पिलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार रक्षाबंधन पर्व से महिला मुखियाओं को 3 वर्ष की इंटरनेट सुविधा के साथ स्मार्ट फोन वितरित करेगी। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे महंगाई राहत कैंपों में रजिस्ट्रेशन कराकर गारंटी कार्ड प्राप्त करें, इससे महंगाई से राहत मिलेगी।
पशुपालकों को किया लाभान्वित
समारोह में गहलोत ने सचिव कल्याण कोष से वली समिति के बाबूलाल को 1 लाख रुपए तथा पीथलपुरा समिति की वरदी बाई को 1 लाख रुपए के चैक भेंट किए। सारस लाड़ली योजना के तहत 5500 रुपए की एफडी टोडा की यशस्वी कंवर, उथरदा की लक्षिता, नाँदवेल की रीना तथा डांगीखेड़ा की हर्षिता पटेल को भेंट की। उन्होंने सर्वाधिक दुग्ध संकलन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर ढीमड़ी समिति, द्वितीय स्थान पर इटाली समिति तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने पर फीला समिति को प्रमाण पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया।