अलवर। अलवर के निजी हॉस्पिटल के कपाउंडर की बुधवार दोपहर बाद बुध विहार स्थित कांजी हाउस में करंट से मौत हो गई। इस घटना ने सबको हिला कर रख दिया। जिस जगह पर दो दिन से लगातार कलेक्टर भी गायों की हालत जानने पहुंचे थे। वहां पर गोसेवा कर रहे 32 साल के युवक मुंडावर के चांदपुर निवासी कुलदीप यादव की करंट से मौत हो गई।घटना के बाद कांजी हाउस की बदहाली के जिम्मेदारों को इसका दोषी माना जा रहा है। हालांकि कलेक्टर ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि वे हर संभव मदद करेंगे।
मां की कुछ महीने पहले मौत गांव के लोगों ने बताया कि कुलदीप की मां की डेढ़ साल पहले ही मौत हुई है। पिता ब्रहमदेव की 5 साल पहले मौत हो चुकी है। दो भाई हैं। दूसरा मजदूरी करता है। कुलदीप ही परिवार में कमाने वाला था। जो गोमाता का भक्त था। निजी अस्पताल में डयूटी के बाद रोजाना कांजी हाउस में जाकर गायों की सेवा करता था। वहीं करंट से मौत हो गई।
ऐसे लग गया करंट परिजनों को मिली जानकारी के अनुसार कुलदीप गोसवा करने गया था। वहां गाय को कीचड़ की तरफ से निकाल रहा था। तब एक हाथ उसका टीनशेड के पोल पर लग गया। जिसमें पहले से करंट था। इस कारण वहीं मौत हो गई।
कुलदीप चार साल से गोसेवा में लग रहा था। चार साल पहले पिता की मौत हो गई। पिता तहसीलदार में नौकरी करते थे। उनकी जगह बड़े भाई को चतुर्थ श्रेणी नौकरी मिल गई। लंपी वायरस में भी गायों की सेवा करने जाता था। जब मौका मिलता गोसेवा करने जाता था। बुधवार को भी गोवंश के कीचड़ में होने के कारण मौके पर गया था। एडवोकेट हवा सिंह ने बताया कि कलेक्टर से मिले। पहले की भी गोशाला की शिकायत की जा चुकी थी। पत्नी को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया गया है। इसके अलावा भी आवश्यक मदद करने का आश्वासन दिया है।