हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं भारतीय स्टेट बैंक द्वारा प्रायोजित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में चल रहे बकरी पालन प्रशिक्षण का गुरुवार को समापन हो गया। मुख्य अतिथि डीडीएम दयानंद काकोड़िया, एलडीएम राजकुमार रहे। अध्यक्षता ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक प्रेम सिंह पाथरी ने की। निदेशक प्रेम सिंह पाथरी ने बताया कि बकरी पालन प्रशिक्षण शिविर में 28 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण लिया। उन्होंने बताया कि साक्षात्कार करने से प्रतिभागियों की जिज्ञासा कम हुई।
बकरी पालकों से उनके सवालों के जवाब भी मिले। दयानंद काकोड़िया ने कहा कि बकरी पालन एक प्रकार की गरीब की गाय है, जिसे कम पूंजी लगाकर अच्छा व्यवसाय शुरू किया जा सकता है और कम खर्च में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। एलडीएम राजकुमार ने बताया कि पशुपालन में स्वयं बीमा एवं पशु बीमा कराने के महत्व के बारे में भी विस्तार से बताया गया ताकि जान-माल के नुकसान से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि आरसेटी का मुख्य उद्देश्य कला संपन्न लोगों को उनकी कला की पहचान कराकर उसी क्षेत्र में प्रशिक्षित करना है, ताकि वे अपनी कला में दक्ष होकर स्वरोजगार बन सकें। इस अवसर पर प्रशिक्षक मुकेश कुमार, अनिल राठौड़, गणेशराम, ऋतिक अरोड़ा, महेंद्र कुमार व सूरज कुमार मौजूद रहे।