बूंदी। बूंदी का गोठड़ा स्थानीय आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में समय पर डॉक्टर न मिलने और अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था के चलते मृत बालिका सानिया के परिजनों एवं ग्रामीणों ने बुधवार को अस्पताल के ताला लगाकर विरोध जताया। विरोध की सूचना मिलने पर दबलाना थाना प्रभारी सत्यनारायण मालव मय जाप्ता बूंदी का गोठड़ा अस्पताल पहुंचे और आपसी समझाईस के बाद अस्पताल का ताला खुलवाया। थाना प्रभारी मालव ने बताया कि ग्रामीण एवं चिकित्सा कर्मचारी के बीच 2 सितंबर को बैठक रखने पर सहमति बनी है, जिसमे ग्रामीणों की समस्या का समाधान करने पर विचार विमर्श होगा। वहीं गोठड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी खेमराज स्वामी ने कहा कि वे अभी छुट्टियों पर हैं, उन्हें घटना की कोई जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि मंगलवार को सानिया और आयान भाई-बहन नदी की पुलिया के आसपास खेल रहे थे। अचानक पैर फिसलने से बहन सानिया नदी में गिर गई। बहन को बचाने के लिए भाई भी नदी में कूद गया। नदी के कीचड़ में दोनों फंस गए एवं भाई बहन के चिल्लाने पर राहगीरों ने उन्हें बाहर निकाला। दोनों भाई-बहन बेहोश हो गए, जिनको अभिभावक एवं ग्रामीण बूंदी का गोठड़ा स्थित सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे परंतु वहां 20 मिनट तक इंतजार करने के बाद भी प्राथमिक चिकित्सा नहीं मिली। बाद में पीड़ित बच्चों को हिंडोली अस्पताल रेफर कर दिया जहां पर डॉक्टराें ने बहन सानिया को मृत घोषित कर दिया एवं बेहोश भाई अयान को बूंदी अस्पताल में रेफर कर दिया।