राजस्थान | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके व्यवहार एवं ‘बॉडी लैंग्वेज' से लगता है कि वह एक पार्टी (भाजपा) और केवल हिंदुओं के ही प्रधानमंत्री हैं। गहलोत ने कहा कि यह बहुत खतरनाक बात है। गहलोत ने कहा कि वह तो मोदी से भी बड़े फकीर हैं। इसके साथ ही उन्होंने दोहराया कि वह कई बार मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा। वह यहां बिड़ला सभागार में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे जहां उन्होंने नवगठित जिलों की उद्घाटन पट्टिकाओं का डिजिटल अनावरण किया गया।
प्रधानमंत्री द्वारा मणिपुर की घटना का जिक्र करते समय राजस्थान का नाम लिए जाने की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री पद का मान सम्मान हम अब भी करते हैं। प्रधानमंत्री देश का होता है न कि भाजपा का ।... प्रधानमंत्री को अपने बारे में अभी तक भ्रम है कि मैं भाजपा का प्रधानमंत्री हूं...।'' गहलोत ने कहा,‘‘ बोलचाल और ‘बॉडी लैंग्वेज' में उनका जो व्यवहार है उससे ऐसा लगता है कि जैसे वह एक पार्टी के प्रधानमंत्री हैं। वह खाली हिंदुओं के प्रधानमंत्री हैं... यह बहुत खतरनाक बात है...। मोदी जी ऐसा क्यों मानते हैं कि मैं केवल भाजपा का प्रधानमंत्री हूं, मैं खाली हिंदुओं का प्रधानमंत्री हूं।''
गहलोत ने कहा कि मोदी लोकतंत्र में प्रधानमंत्री चुने गए हैं और कांग्रेस ने देश में लोकतंत्र की स्थापना की है और उसे जिंदा रखा है। इस अवसर पर गहलोत ने कहा,‘‘मैं पूरे प्रदेश वासियों को विश्वास दिलाता हूं कि राज्य सरकार के फैसले राज्य के हित में होंगे। मुझपर पूरे प्रदेशवासियों को विश्वास करना चाहिए। मैं जो कहता हूं वह दिल से कहता हूं...। मोदी जी अपने बारे में कहते हैं, ‘ मैं फकीर हूं''... मोदी जी मैं आपसे बड़ा फकीर हूं।''
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा,‘‘आपने गौर किया होगा मोदी जी एक परिधान को दुबारा नहीं पहनते। दिन में वह दो-तीन बार ड्रेस बदलते होंगे। मेरी ड्रेस वही रहता...तो मैं फकीर नहीं हूं क्या?'' गहलोत ने कहा, ‘‘ मैंने जिंदगी में एक भूखंड नहीं खरीदा, एक फ्लैट नहीं खरीदा, एक ग्राम सोना नहीं खरीदा ... क्या मुझसे बड़े फकीर होंगे वह?'' मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘ उन (मोदी) का चश्मा ही ढाई लाख रुपए का है। जब वह नए नए प्रधानमंत्री बने तो उनका कोट लंदन से बनकर आया था। वह10 लाख का सूट था। जैसे ही राहुल गांधी ने 'सूट बूट की सरकार' का कटाक्ष किया तो उस कोट को उन्हें बेचना पड़ा ।''
गहलोत ने कहा कि उनको विधायक कोटे से मिला जयपुर में एक फ्लैट और सांसद कोटे से दिल्ली में एक फ्लैट है। गहलोत ने कहा,' मोदी जी कहते हैं मेरे मित्र अशोक गहलोत लेकिन उसी मित्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं...। मोदी जी जब कहते हैं कि मेरे मित्र अशोक गहलोत , तो जनता में भ्रम होता है कि अशोक गहलोत एवं मोदी में बड़ी अच्छी दोस्ती है।'' गहलोत ने मानगढ़ में एक कार्यक्रम का जिक्र किया जहां मंच पर मोदी एवं गहलोत दोनों मौजूद थे।
गहलोत ने कहा कि भाजपा वालों की कथनी व करनी में अंतर होता। उन्होंने कहा कि भाजपा वालों का चाल चरित्र चेहरा सब धीरे धीरे सामने आ गया है कि ये क्या हैं क्या नहीं। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा ,‘‘मैं कई बार सोचता हूं कि मुख्यमंत्री पद को छोड़ दूं पर यह द मुझे छोड़ नहीं रहा है।'' गहलोत ने कहा,‘‘ मैं राजनीति में हर शब्द सोच समझ कर बोलता हूं। अगर मैंने यह बात बोली तो मैंने सोच समझकर बोली थी। ...मन में आता है कई बार कि यह पद छोड़ दूं ...क्यों आता है वह एक रहस्य है। लेकिन हाईकमान जो फैसला करेगा मुझे मंजूर है। यह कहने की हिम्मत होनी चाहिए कि मैं पद छोड़ना चाहता हूं पर ये पद मुझे नहीं छोड़ रहा है।''