सीकर न्यूज: नीमकाथाना कस्बे के कुछ समाजसेवियों, व्यवसायियों और युवकों के समूह ने भिखारी और कूड़ा बीनने वालों के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की पहल की है. इस मिशन को फुटपाथ पाठशाला नाम दिया गया है। औद्योगिक क्षेत्र में सड़क किनारे हर शाम दो घंटे यह क्लास लगती है। इसमें वर्तमान में 60 बच्चे शामिल हैं। बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा के साथ यूनिफॉर्म, पेन, किताब जैसी चीजें भी मुहैया कराई जाती हैं। यह पहल करने वाले लोग मुक्ता आकाश नाम की संस्था से जुड़े हैं।
इस पहल से जुड़े ललित कुमार कहते हैं-कोविड के दौर में एक बच्चे को कूड़ा बीनते देखा। रूमाल सूंघते हुए उसे नशा भी हो रहा था। उसे टोका और पूछा कि तुम पढ़ाई क्यों नहीं करते। उसने उत्तर दिया, हमें कौन पढ़ाएगा। हमारे पास पैसा भी नहीं है। कूड़ा बीनने से जो पैसा मिलता है उससे हमारा घर चलता है। अगले ही दिन ललित ने अपने दोस्तों से चर्चा की और फ्री स्काई सोसायटी बनाई।
झुग्गियों में रहने वाले बच्चों को इससे जोड़ा। पहले तो बच्चे भी नहीं आते थे। उसके परिजनों ने भी विरोध किया। बाद में सब ठीक हो गया। अब 60 बच्चे संस्था के फुटपाथ स्कूल से जुड़े हैं।
फुटपाथ पाठशाला से गजेंद्र मोदी, संजीव मोदी, जेपी यादव, कृष्ण कुमार समेत कई लोगों की टीम जुड़ी हुई है. फुटपाथ पाठशाला से जुड़ने के बाद बच्चों के रहन-सहन और सोच में बदलाव आया है। कुछ बच्चों को नशे की लत भी थी। अब रोज स्कूल आकर नशे से दूरी बना ली है।