सीकर। सीकर के दंतारामगढ़ इलाके में 3 महीने पहले खाली पड़े मकान में हुए लाखों रुपये के जेवरात और नकदी के मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने चोरी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी करीब दो दशक पूर्व चोरी कर हत्या के मामले में भी 17 साल की सजा काट चुका है। थानाध्यक्ष मदनलाल कदवासरा के अनुसार मार्च 2023 में महिपाल मीणा के सूने मकान व पड़ोसी गोपाल शर्मा के भौरदो का बास स्थित मकान में सोना, चांदी के जेवरात व लाखों रुपये की नकदी चोरी की घटना हुई थी. घटना के बाद पुलिस ने हजारों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपियों की पहचान की। पिछले दिनों पुलिस ने अजीतगढ़ थाना क्षेत्र के सांवलपुरा गांव में आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. लेकिन आरोपी चकमा देकर वहां से फरार हो गया।
जिसके बाद आज एक आरोपी बाबूलाल मीणा को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपितों के खिलाफ पूर्व में हत्या, चोरी समेत कई अन्य मामले दर्ज हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी में हेड कांस्टेबल मुकेश कुमार व कांस्टेबल कैलाश चंद की अहम भूमिका रही. पुलिस के मुताबिक, आरोपी बाबूलाल मीणा ने 1998 में राजस्थान के प्रसिद्ध डिग्गी कल्याण जी मंदिर में भगवान का मुख्य मुकुट चुराकर पुजारी के बेटे की हत्या कर दी थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था और कोर्ट ने आरोपी को सजा भी सुनाई थी। 17 साल की सजा काटने के बाद आरोपी ने फिर चोरी और डकैती की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया। पुलिस गिरोह के मुख्य सरगना व अन्य साथियों की तलाश कर रही है।