अजमेर | अजमेर भाजपा संगठन की ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी। प्रदेश सरकार ने फ्री स्कीम के नाम पर 1000 करोड़ का घोटाला किया है। इसकी जांच होने पर सब सामने आ जाएगा। ये कहना था केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का। गजेंद्र सिंह शेखावत अपनी एकदिवसीय निजी यात्रा के तहत सोमवार शाम 6 बजे पुष्कर पहुंचे थे। इस दौरान विधायक सुरेश रावत के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्म जोशी के साथ स्वागत किया। इसके बाद शेखावत सावन के अंतिम सोमवार होने के अवसर पर गनाहेड़ा स्थित दिव्य मुरारी बापू आश्रम पहुंचे। केंद्रीय मंत्री शेखावत के पुष्कर पहुंचने पर पुष्कर विधायक सुरेश रावत के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि भारतीय जनता पार्टी अपने संगठन की ताकत पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी है। भारतीय जनता पार्टी लगातार 5 सालों से अपने संगठन को पैनापन देने के लिए राजस्थान में सक्रिय भूमिका निभा रही है।
शेखावत ने अन्य राजनीतिक दलों पर तंज कसते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी उन पार्टियों जैसी नहीं है कि वोट पाने के लिए अंतिम साल में सक्रिय नजर आए। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने गहलोत सरकार की मुफ्त परियोजनाओं पर निशाना साधते हुए कहा कि मुफ्त बिजली की घोषणा तो हो गई, लेकिन अब राजस्थान की जनता बिजली ढूंढ रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए फ्री बिजली की घोषणा कर दी, लेकिन किसान आज बिजली के लिए त्राहि त्राहि कर रहा है । शेखावत ने लोहावट, ओसियां, गोपालगढ़, फलोदी क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां किसानों की खड़ी फसलें बर्बाद हो गई है।
शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा फ्री राशन देने को लेकर चलाई गई अन्नपूर्णा योजना पर बयान देते हुए कहा कि सरकार ने 24 हजार ऐसे फूड पैकेट डिलीवर किए, जिनकी जांच करने पर घटिया क्वालिटी का पाया गया । उन्होंने कहा यदि पूरे राजस्थान भर के फूड पैकेट सैंपलों की जांच की जाए, तो स्थिति सामने आ जाएगी। शेखावत ने कहा कि 1000 करोड रुपए अपनी जेब में डालने के लिए राजस्थान की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया है। ये जनता के सामने स्पष्ट हो गया है। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चुनौती देते हुए ERCP परियोजना के स्वरूप के मुद्दे पर चर्चा करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा बनाई गई परियोजना के आज की लागत के अनुसार 15 हजार करोड़ आज की लागत और खत्म होने पर 20 हजार करोड़ की लागत के अंतर्गत 521 एमसीएम पानी लाने को आमादा है। जिससे केवल अजमेर, जयपुर और टोंक की पेयजल व्यवस्था को संबल मिलेगा। जबकि इससे इतर केंद्र सरकार PKC ओर ERCP को लिंक कर 4 हजार करोड़ की नदी परियोजना का प्रस्ताव राजस्थान सरकार को भेजा है। जिससे 2 हजार 500 एमसीएम पानी राजस्थान की परियोजना से 5 गुना अधिक मिलेगा।
इसमें 1300 एमसीएम पानी मध्यप्रदेश को भी मिलेगा। मध्य प्रदेश और राजस्थान के योगदान को पानी के हिसाब से यदि बांटा जाए तो करीब 2400 सौ करोड़ राजस्थान सरकार को वहन करना पड़ेगा। जिसमें से करीब 1700 सौ करोड़ राजस्थान सरकार पूरा कर चुकी है। शेखावत ने आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार महज 700 करोड रुपए खर्च ना करके अपनी राजनीति को चमकाने के लिए राजस्थान की जनता के साथ पाप कर रही है। यदि यह परियोजना पूरी होती है तो राजस्थान के 13 जिलों में इस परियोजना का पानी पहुंच सकेगा।
संजीवनी मामले में शेखावत पर आरोप लगाने को लेकर गहलोत पर दायर वाद को लेकर उन्होंने कहा कि मेरी दिवंगत मां पर हुई टिप्पणी से व्यथित होकर मैंने कोर्ट में वाद दायर किया। न्यायाधीश ने अपने विवेक के आधार पर दिल्ली पुलिस से मामले की जांच करवाई और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को समन भेजा। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पैरों में कोर्ट की दो पेशियां तक पट्टी बंधी रही। जिस दिन जमानत भरने के आदेश जारी हुए उस दिन पैरों की पट्टियां खुल गई। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत अपने एकदिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत पुष्कर के निकटवर्ती ग्राम गनाहेड़ा पहुंचे। जहां दिव्य मुरारी बापू आश्रम में आयोजित हुई सहस्त्र धारा कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उनके साथ अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, पुष्कर विधायक सुरेश रावत, पालिका अध्यक्ष शिव स्वरूप महर्षि, पालिका उपाध्यक्ष कमल पाठक, भाजपा मंडल अध्यक्ष पुष्कर नारायण भाटी, मंडल महामंत्री अरुण वैष्णव, पार्षद रोहन बाकोलिया, कमल रामावत मौजूद रहे ।