महंत रासबिहारी सहित निम्बार्क सोसायटी के पदाधिकारियों पर धोखाधड़ी का केस
उदयपुर न्यूज: सूरजपोल थाने में इस्तगासे के जरिए अस्थल आश्रम के महंत रास बिहारी शरण शस्त्री व निंबार्क सोसायटी के पदाधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया गया है। परिवादी महंत का सांसारिक जीवन का चचेरा भाई ही है। पुलिस के मुताबिक न्यू फतहपुरा निवासी संजय शर्मा ने चचेरे भाई और निम्बार्क गंगा सोसायटी अध्यक्ष महंत रास बिहारी सहित सचिव वृद्धि शंकर चौबीसा, कोषाध्यक्ष धर्मनारायण नागदा व सदस्य भगवती शंकर व्यास के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों से शैक्षणिक संस्था के संचालन का मुकदमा दर्ज करवाया है। हालांकि शास्त्री का कहना है कि उन्हें बदनाम करने की नियत से झूठ मुकदमा दर्ज कराया है। सरकार उनके शैक्षणिक संस्थानों का तीन बार निरीक्षण करवा चुकी है, सभी मान्यता विधि संवत पाई गई।
प्रकरण के मुताबिक निम्बार्क गंगा सोसायटी के स्वामित्व में सूरजपोल बाहर एक बीएड कॉलेज के साथ ही शिक्षा शास्त्री और संस्कृत एसटीसी पाठ्यक्रम संचालित हैं। बीएड के लिए 50-50 की दो कक्षाओं के लिए 16 फुल टाइम फेकल्टी और 8 नॉन टीचिंग कर्मचारी होना आवश्यक है। बीएड कॉलेज की नई बिल्डिंग में िनयम विरूद्ध 8वीं तक का स्कूल शुरू कर दिया। इसी दौरान आयुक्तालय, पंजीयक व संस्कृत विवि द्वारा अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से मान्यता व संबद्धता के लिए निरीक्षण कराया गया व झूठी रिपोर्ट तैयार कराई गई।