राजस्थान राज्य का चौथा नया टाइगर रिजर्व घोषित, वन मंत्री ने दी शुभकामनाएं
रामगढ़ विषधारी अभयारण्य
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर रामगढ़ विषधारी अभयारण्य को प्रदेश का चौथा टाइगर रिजर्व घोषित किया है. वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग मंत्री हेमाराम चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार और वन विभाग के अथक प्रयासों से रामगढ़ विषधारी अभयारण्य राज्य का चौथा नया टाइगर रिजर्व घोषित किया गया है.
मंत्री हेमाराम चौधरी ने बताया कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 (1972 का केंद्रीय अधिनियम संख्या 53) की धारा 38 फ की शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रीय टाइगर संरक्षण प्राधिकरण की शिफारिश और संबंधित ग्राम सभा और विशेषज्ञ समिति से परामर्श उपरांत राज्य सरकार ने रामगढ़ विषधारी अभ्यारण को टाइगर रिजर्व घोषित करने की आज जारी की अधिसूचना जारी की.वन मंत्री के अनुसार राजस्थान प्रदेश में वन्यजीवों और वन्यजीव प्रेमियों, प्रकृति प्रेमियों के लिए ऐतिहासिक क्षण हैं कि रामगढ़ विषधारी अभयारण्य (बूंदी) को केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा राजस्थान का चौथा टाईगर रिजर्व घोषित किया है. इससे पूर्व रणथंभोर, सरिस्का और मुकंदरा हिल्स टाईगर रिजर्व राजस्थान में बाघों के लिए रिजर्व है.
उन्होंने बताया कि रामगढ़ विषधारी अभयारण्य के टाईगर रिजर्व होने से रणथंभोर से लेकर मुकंदरा तक बाघों की निर्बाध रुप से आवाजाही हो सकेगी. वहीं बाघों के बीच होने वाले आपसी संघर्ष भी कम होंगे. वर्तमान में बाघ T-91 और T-62 रामगढ़ विषधारी में विचरण कर रहे हैं और उम्मीद है की आगामी समय में यहां बाघों का कुनबा बढ़ेगा और इससे प्रदेश में रोजगार और पर्यटन क्षेत्र में भी नए अवसर सृजित हो सकेंगे.