उदयपुर। विश्व पटल पर अपना महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले झीलों के शहर उदयपुर में ‘अजमेर फाइल्स’ जैसे काण्ड का खुलासा हुआ है. शहर के विभिन्न तथाकथित महंगे स्कूलों व कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले 40 से अधिक नाबालिग बच्चो को नशे की लत लगाकर उनके यौन शोषण के आरोप में Police ने फिलहाल एक आरोपित को गिरफ्तार किया है. मामले के खुलासे के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि सिर्फ एक ही व्यक्ति इतना बड़ा काण्ड कैसे कर सकता है. आरोपित नशे का सामान कहां से लाता था, इसका खुलासा अब तक नहीं हुआ है.
उदयपुर पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने को मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शहर के गोवर्धनविलास थानाक्षेत्र में गत 6 सितम्बर को एक 17 साल के बच्चे के पिता ने रिपोर्ट दी थी. इस रिपोर्ट में उन्होंने बताया था कि करीब तीन माह से उनका पुत्र किसी गजेन्द्र राठौड़ उर्फ गज्जू नाम के व्यक्ति के चंगुल में है. वह व्यक्ति तरह-तरह के लालच देकर उसके पुत्र से गलत कार्य करवाता है. पुत्र रात-रात भर घर नहीं आ रहा था. इसी तरह की एक और रिपोर्ट एक 14 साल के बालक के पिता ने दर्ज करवाई. उसमें भी गजेन्द्र का नाम सामने आया और नशे की बात भी सामने आई. वह बच्चा दस दिन से घर नहीं आया था. बच्चा अपने ही घर में चोरी करने लगा था.
एक जैसी दो रिपोर्ट सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देख टीम गठित की और अनुसंधान कर आरोपित गजेन्द्र को पकड़ा. जब बच्चा मिला तो पता चला कि उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य कर उसका वीडियो बना लिया गया था और उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था. जांच में यह भी सामने आया कि एक बच्चे के चंगुल में आने के बाद उसी से दूसरे बच्चे को आरोपित अपने पास लाने के लिए मजबूर करता था. नए बच्चे को आरोपित शूटर और घर से चोरी करने को ओटीपी कहते थे.
Police अधीक्षक ने बताया कि इस जाल में 40 से अधिक नाबालिग फंस गए थे. आरोपित गजेंद्र राठौड़ उर्फ गज्जू पुत्र शांतिलाल दर्जी निवासी Rajasthan हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सेक्टर-14 Udaipur को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की गई तो सामने आया कि वह बच्चों को घर बुलाकर शराब, अफीम, गांजा और तरह-तरह की ड्रग्स देता था. उनके साथ यौन दुराचार करता और वीडियो बना लेता. इसके बाद उन्हें ब्लैकमेल कर गलत कार्य करवाता. आरोपित को कुकर्म, बंधक बनाने, धमकी देने, मारपीट करने की धाराओं के साथ पोक्सो एक्ट में गिरफ्तार किया है.
एसपी यादव ने अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को समय दें. उनके साथ पूरा समय बिताएं, बातें करें, ताकि बच्चों के जीवन में कोई बदलाव जैसा संकेत मिलेगा तो माता-पिता उसे समझकर समाधान कर सकेंगे. साथ ही, जरूरत होने पर Police की मदद भी लें.
इस खुलासे के बाद Ajmer फाइल्स फिर चर्चा में आ गई है. बरसों पहले Ajmer में अश्लील फोटो और ब्लैकमेल काण्ड में छात्राओं को फंसाने की तर्ज पर Udaipur में इस आरोपित ने स्कूली बच्चों को अप्राकृतिक कृत्य का शिकार बनाया है.