उदयपुर। उदयपुर के झल्लारा थाना क्षेत्र के बामनिया गांव में पूर्व सरंपच और उसके बेटों ने दिव्यांग बुजुर्ग पर हमला कर उसके हाथ—पैर तोड़ दिए। घटना को लेकर भाजपा और कांग्रेस के नेता अब आमने-सामने हैं। भाजपा देहात जिला अध्यक्ष चन्द्रगुप्त सिंह चौहान सोमवार को घायल दिव्यांग बुजुर्ग को देखने उसके निवास पर पहुंचे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर भाजपा ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
भाजपा देहात जिला अध्यक्ष चन्द्रगुप्त ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के सरपंच द्वारा हमले के बावजूद कांग्रेस के ही बड़े नेता सरपंच के बचाव में उसका समर्थन कर रहे हैं। घायल बुजुर्ग का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने एक आदिवासी व्यक्ति को न्याय दिलाने का प्रयास किया लेकिन कांग्रेस के आतंकवादी सरपंच को यह रास नहीं आया। उन्होंने बुजुर्ग के हाथ-पैर तोड़ दिए। चन्द्रगुप्त ने मामले को लेकर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। साथ ही पुलिस प्रशासन से भी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा है। वहीं, भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस के पूर्व सांसद रघुवीर मीणा ने कहा कि भाजपा झूठ व फरेब के दम पर जिंदा है। भाजपा नेता आरोप साबित करके दिखाएं।
दिव्यांग का चश्मा व सहारे की लकड़ी तोड़ी, मारपीट का आरोप
बता दें, 4 दिन पहले बामनिया निवासी 54 वर्षिय वखतसिंह खेत से भैंसों को चराकर वापस घर लौट रहा था। तभी रास्ते में पूर्व सरपंच लिंबाराम मीणा, उसके 4 बेटों सहित 10 आरोपियों ने लट्ठ से हमला कर दिया। दिव्यांग और आंखों से कम दिखने के कारण बुजुर्ग चश्मे और लकड़ी के सहारे चलता है। आरोपियों ने इसे भी तोड़ दिया। वखतसिंह के साथ मारपीट के बाद उसे उठाकर झाड़ियों में फेंक दिया। पीड़ित के अनुसार उसके ट्रैक्टर ड्राइवर मावा मीणा के साथ आरोपियों का पुराना विवाद है। उन्होंने ड्राइवर से भी मारपीट की थी। मावा ने उसके कहने पर 23 मई को थाने में रिपोर्ट दी थी। आरोपी इसी बात से खफा थे और बदला लेने की नीयत से हमला किया।