जयपुर यूनिवर्सिटी में पहली बार दो कलाकारों का पद 7 दिन से खाली
तीन दिन में सीनियर को डेट करने का जोखिम नहीं उठा रहे।
जयपुर: स्टॉक एक्सचेंज, जयपुर राजस्थान विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार दो कॉलेज महाराजा और बिजनेस कॉलेज में 7 दिन से खाली पड़ा है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन इन दोनों पर ही नए उद्यमियों की नियुक्ति नहीं की जा रही है।
वजह है राजनीतिक इंटरनेट। यहां कुछ जूनियर प्रोफेसर प्रोफेसर पद के लिए वकालत कर रहे हैं, लेकिन फादर प्रो. राजीव जैन अपने बेटे के साथतीन दिन में सीनियर को डेट करने का जोखिम नहीं उठा रहे।
उन्होंने अपना पद इस वर्ष मई में पहली बार 21वें नंबर पर सीनियरटी में जारी प्रो. निमाली सिंह को महारानी कॉलेज में मुख्यमंत्री पद पर नियुक्त किया गया था। सीनियर प्रोफेसर को डेट कर इस तरह महारानी कॉलेज में जूनियर को लेकर पितृ पक्ष की काफी आलोचना हुई थी। इसका विरोध भी झेलना पड़ा। उधर, दोनों कलाकारों के प्रोडक्शन हाउस में सीनियर प्रोफेसरों के बीच कोई बदलाव नहीं हुआ है। राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष डाॅ. न्यू शर्मा का कहना है कि हमारे तो यह बात समझ में नहीं आ रही है कि बिना निर्माता के दो बड़े कलाकारों का संचालन कैसे हो रहा है। उत्तराधिकार के कई दायित्व होते हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन को पारंपरिक डिग्री वाले सीनियर प्रोफेसर को मार्टीन पद पर जल्दी से जल्दी खाना दिया जाए। ताकि किसी का हित प्रभावित न हो। महाराजा कॉलेज में प्रोफेसर पद 31 अगस्त से खाली : प्रो. संतोष कुमार गुप्ता महाराजा कॉलेज के निर्माता पद से 31 अगस्त को समाप्त हो गए। उन्होंने अपना निजीकरण किसी को नहीं दिया, उसी समय से यह पद खाली हो गया।