बारां जिले में कालीसिंध नदी के उफान से आई बाढ़, भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लोगों को बचाया
भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लोगों को बचाया
कोटा/बारां। राजस्थान में बीते 24 घंटे के दौरान हुई अति भारी बारिश ने कई जिलों में बाढ़ के हालात बना दिए है। राजस्थान में भारी बारिश से कोटा संभाग के बारां, झालावाड़ में हालात बेकाबू होते नजर आ रहें है। बारां जिले में कालीसिंध में उफान आने से कई गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके है। जहां एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमे लोगों के लिए मददगार बनी हुई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमे लोगों का सुरक्षित स्थानों पर पहुंच कर उनकी जान बचाने में मदद कर रहीं है।वहीं लोगों का बचाने के लिए भारतीय वायुसेना की मदद भी ली जा रहीं है। भारतीय वायुसेना के जवान हेलीकाॅप्टर की मदद से बाढ़़ ग्रस्त इलाको से लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहें है।
राजस्थान के बारां के अंता क्षेत्र के पलायथा कालीसिंध में उफान से इससे सटी बस्तियां डूबने लगी है और लोगों को नुकसान हुआ है। कालीसिंध में आए उफान से सावराजी की बावड़ी का रास्ता अवरुद्ध हो गया है। कालीसिंध की पुरानी पुलिया पर लगभग 70 फिट पानी भरा हुआ है, वहीं पलायथा मुक्तिधाम पर लगभग 15 फीट पानी बह रहा है। इस दौरान कालीसिंध में आए तूफान को देखने के लिए सैंकड़ों लोग नई पुलिया पर जमा दिखे है। पानी से बस्ती के निचले इलाकों में बाढ़ के हालत बने हुए है। लोग प्रशासन से आस लगाए बैठे हैं। माली मोहल्ले में कई लोगों के घरों में चूल्हे भी नहीं जले और खाना तक नहीं बन पाया। यहां लोग अपना सामान निकालने में व्यस्त रहे, लेकिन फिर भी 30 से ज्यादा मकानों में लोग सामान नहीं निकाल पाए।
कालीसिंध नदी में ढ़ाई दशक बाद इस तरह का तेज उफान आया और नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। इसके पहले 1996 में ऐसा ही उफान नदी में आया था। कालीसिंध नदी में सोमवार रात्रि से ही पानी बढ़ने लगा, जो मंगलवार को शाम तक बढ़ रहा था। इससे पलायथा कस्बे के करीब 60 मकान जलमग्न हो गए और निचली बस्तियों में पानी भर गया। इसके चलते कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए है।