अवैध खनन को लेकर पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा की मां पर लगा 25.66 करोड़ का जुर्माना

खनिज विभाग ने क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन को लेकर यह कार्रवाई की

Update: 2024-05-20 07:57 GMT

जयपुर: निवाई से पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा की मां आशालता बैरवा पर करीब 25 करोड़ 66 लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई है। खनिज विभाग ने क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन को लेकर यह कार्रवाई की है। आशालता देवी को लाखों मीट्रिक टन क्वार्ट्ज पत्थर के अवैध खनन करने का दोषी माना है। 15 मई को जारी आदेश में चेतावनी दी है कि 30 दिन में यानी 13 जून तक जुर्माना राशि जमा नहीं कराई तो उनकी आवंटित खान को रद्द करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।

खदान से 12 मीटर दूर किया गया अवैध खनन: टोंक खनिज विभाग के एईएन सोहन लाल सुथार ने बताया- निवाई क्षेत्र के बहार गांव के पास पूर्व सांसद द्वारका प्रसाद बैरवा की पत्नी और निवाई के पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा की मां आशालता बैरवा को क्वार्ट्ज पत्थर की खदान आवंटित की गई है. करीब पांच-छह माह पहले खनिज विभाग को पता चला कि उनकी खदान के आसपास बड़े पैमाने पर क्वार्ट्ज पत्थर का अवैध खनन हुआ है. इस पर खनिज विभाग ने संज्ञान लिया और विभागीय टीम मौके पर पहुंची. जब अवैध खनन की जांच की गई तो सामने आया कि खनन पट्टाधारक आशालता बैरवा ने अपनी खदान से 12 मीटर की दूरी पर सरकारी जमीन पर अवैध रूप से क्वार्ट्ज पत्थर का खनन किया है. जब खनन पट्टाधारक आशालता को इसकी जानकारी दी गई तो उन्होंने इनकार कर दिया।

जांच में खुलासा होने पर जुर्माना लगाया गया: आशालता ने दलील दी कि मैंने अवैध खनन नहीं किया है. यह खनन अज्ञात लोगों द्वारा किया गया है. लेकिन, वे इसका पुख्ता सबूत नहीं दे सके। इसके बाद 28 जनवरी को उनके प्रतिनिधि की मौजूदगी में दोबारा अवैध खनन की जांच करायी गयी. जांच में फिर से पता चला कि आशालता ने अवैध रूप से क्वार्ट्ज पत्थर का खनन किया था। इसके आधार पर इन पत्थरों की कीमत वसूलने के लिए 25 करोड़ 66 लाख 74 हजार 413 रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

पूरी कार्रवाई राजनीतिक षडयंत्र से है: प्रशांत बैरवा

इस मामले पर प्रशांत बैरवा का कहना है- ये पूरी कार्रवाई राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण की जा रही है. पहले भी मेरे अंडरलोड डंपर पकड़े हैं। जुर्माने के मामले में कानूनी सलाह ली जाएगी। फिर उसी हिसाब से कोर्ट जाएं. उन्होंने कहा- हमने कोई अवैध खनन नहीं किया है, दूसरे लोगों ने किया है. हमने पहले भी अतिक्रमण की शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अब सरकार बदलते ही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की भावना से यह कार्रवाई की गई है।

Tags:    

Similar News