सीकर। सीकर मैं ड्यूटी के लिए कल्याणसर्किल की तरफ आ रहा था।अचानक ट्रैफिक पुलिस के जवानका फोन आया। उसने बताया किकल्याण सर्किल के पास स्थित इंदिरारसोई में आग लग गई है। इससेपहले ट्रैफिक के जवान ने पुलिसकंट्रोल रूम को भी आग लगने केबारे में सूचित कर दिया था। इसदौरान में नवलगढ़ पुलिया के पासथा। तुरंत मौके पर पहुंचा तो वहांलोगों का जमघट लगा था और अंदररसोई में आग की लपटें उठ रही थी। गौर से देखा तो रसोई में रखे एकसिलेंडर में भी आग लगी हुई थी।सिलेंडर फट न जाए इसलिए पहलेतो वहां खड़ी भीड़ को मौके सेहटाया। इसके बाद रसोई के अंदरपहुंचा। यहां आग लगे सिलेंडर सेगैस भी लीक हो रही थी और उसकेपास दो और सिलेंडर रखे हुए थे।
मैने सोचा कि यदि इन दोनों सिलेंडरोंने भी आग पकड़ ली तो बड़ा हादसाहो सकता है। क्योंकि वे दोनोंसिलेंडर भी काफी गर्म हो गए थे।मैने आग लगे सिलेंडर से उठ रहीलपटों को बुझाया उठाकर बाहर लेआया। इसके बाद अंदर रखे दोनोंसिलेंडर भी बाहर लेकर आ गया।इधर, दमकल भी मौके पर पहुंचचुकी थी और उसने आग को पूरीतरह से बुझा दिया था।
इंदिरा रसोई में खाना बनाने वाले निरंजन नेबताया कि आग की वजह रसोई में लगेबिजली बोर्ड में शॉर्ट सर्किट रहा। इससे रसोईमें रखे एक सिलेंडर ने भी आग पकड़ ली।गनीमत रही कि घटना के दौरान रसोई में कोईमौजूद नहीं था और शाम को सभी कर्मचारीरसोई के बाहर थे। अचानक रसोई में से धुंआउठने के बाद आग की लपटें उठने लगी।इससे एक बारगी तो अफरा-तफरी का माहौलहो गया। मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई थी।आग लगने से वहां रखी गैस भट्टी, पाइपऔर रसोई का हजारों रुपए का सामान जलगया। इसके अलावा रसोई में रखी पटिट्यां भीटूट गई थीं।