जालोर। पारंपरिक खेलों की परंपरा को पुनर्जीवित करने के लिए जालोर महोत्सव समिति और जिला प्रशासन ने ऐसे खेलों को जालोर महोत्सव में शामिल किया है। पारंपरिक खेलों की इस शृंखला में सतोलिया खास खेल रहे हैं। इस खेल के लिए महिलाओं की 13 टीमें बनाई गई हैं, जो सितोलिया में खेलेंगी। सतोलिया खेलों में 63 पुरुष टीम भी भाग लेगी। इनके अलावा खो-खो में 10 पुरूष एवं 6 महिला, कबड्डी में 25 पुरूष एवं 6 महिला, रस्साकशी में 8 पुरूष एवं 7 महिला टीमें भाग ले रही हैं।
खेल समन्वयक अर्जुन सिंह कबावत व धीरज गुर्जर ने बताया कि गुरुवार को महोत्सव के दौरान जिले भर में विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। जिसमें 243 टीमें भाग ले रही हैं। सटेलिया व कबड्डी में ग्रामीण महिला खिलाड़ियों का प्रदर्शन देखने लायक होगा। पारंपरिक खेलों के बारे में ग्रामीण बताते हैं कि सात पत्थरों का खेल पहले सतोलिया गांव गुनवाड़ में खूब खेला जाता था. लेकिन समय के साथ खेलों में काफी बदलाव आया है। क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल जैसे खेलों के आने के बाद पुराने खेलों का खेलना बंद हो गया। मोबाइल गेम ने लोगों का चैन तक छीन लिया है।