राजस्थान न्यूज़ डेस्क, फतेहपुर कस्बे (Fatehpur Shekhawati) में बुधवार शाम को करीब दो घंटे जमकर मूसलाधार बारिश हुई. इससे कस्बे में पानी ही पानी हो गया. दिनभर बादल रहने के बाद शाम करीब साढ़े चार बजे बाद तेज बौछारों के साथ जमकर बारिश हुई. फतेहपुर कस्बे में बारिश के चलते बस स्टैण्ड, पशु चिकित्सालय, चूणा चौक, पुराना सिनेमा हॉल, ठलवा आश्रम, सारनाथ मंदिर, आशाराम मंदिर, मंडावा पुलिया, नवलगढ पुलिया सहित सभी प्रमुख स्थान जलमगन हो गए. यहां पानी अधिक जमा हो जाने से जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया.
3 फीट से अधिक पानी भरा
कस्बे के रोडवेज बस स्टैण्ड और पशु चिकित्सालय के पास तो सड़क पर तीन फीट से अधिक पानी भर गया. बरसात से कस्बे रोडवेज बस स्टैण्ड, पुराना सिनेमा हॉल आदि स्थानों पर करीब 200 दुकानें जलमग्न हो गई. इससे दुकानदारों का लाखों रुपए का नुकसान हो गया. बारिश से बावड़ी गेट और आशाराम मन्दिर की दुकानों का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. शाम को हुई 56 MM बारिश वहीं स्थानीय लोगों को आने-जाने की भारी दिक्कत झेलनी पड़ी है. पुराने सिनेमा हॉल के पास सवारियों से भरी बस फंस गई, जिसके बाद ईओ के निर्देशन में नगर पालिका के जेसीबी चालक नदीम ने कड़ी मश्कत के बाद बाहर निकाला. आधार सुपर मॉल के पास पचांयत समिति की गाड़ी फंस गई. शाम को हुई तेज वर्षा से 56 MM बरसात दर्ज की गई है.
फतेहपुर-शेखावाटी में हुई झमाझम बारिश, बस स्टैंड बना टापू, तैरने लगे वाहन
फतेहपुर-शेखावाटी में हुई झमाझम बारिश, बस स्टैंड बना टापू, तैरने लगे वाहन राजस्थान के फतेहपुर शेखावाटी (fatehpur shekhawati) में बुधर देर शाम अचानक मौसम ने करवट लिया. तेज बारिश से सड़कें डूब गईं और बस स्टैंड टापू बन गया. मूसलधार बारिश में बाइक तैरने लगीं. मौसम विभाग (meteorological department) के जयपुर केंद्र ने 6 जुलाई को प्रदेश के 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसमें अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, जयपुर और टोंक में येलो अलर्ट जारी किया गया है. यानी 6 जुलाई को इन जिलों में बादल गरजने के साथ वज्रपात की संभावना जताई है. वहीं बारां, भरतपुर, धौलपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, बीकानेर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
नालों में फंसी गंदगी से डूबी सड़कें
इधर बुधवार शाम 4:30 बजे के करीब फतेहपुर-शेखावाटी में मूसलधार बारिश ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया. जाम नालों के कारण सड़कों पर पानी भर गया. पानी इतना भर गया कि बच्चे उसमें अठखेलियां करते नजर आए. बारिश ने नगर परिषद की पोल खोलकर रख दी. मानसून की पहली मुसलाधार बारिश से शहर में पानी-पानी हो गया. पार्षद दिनेश बिंयालाने कहा समय रहते नालों की सफाई नहीं हुई जिसके कारण बारिश के बाद बस स्टैंड, पुराना सिनेमा हॉल टापू बन जाते हैं. करोड़ों के पानी निकासी योजना के बाद शहर के हालत बद से बदतर हैं.