किसान घर बैठे उठा सकेंगे कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन और कृषि विपणन योजना का लाभ
भरतपुर अभी तक किसानों को सरकार की किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए ई-मित्र या सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे
भरतपुर। भरतपुर अभी तक किसानों को सरकार की किसी भी योजना का लाभ लेने के लिए ई-मित्र या सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन राज किसान सुविधा पर किसान चारों विभागों की सभी योजनाओं और उनके लाभों की जानकारी एक ही समय में प्राप्त कर सकते हैं। एक बार राज किसान सुविधा डाउनलोड हो जाने के बाद किसान आसानी से घर बैठे सभी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे।
कृषि विभाग के सूत्रों के अनुसार किसानों के लिए राज किसान सुविधा चारों विभागों की योजनाओं के लिए एक मंच प्रदान कर रही है। एक बार किसान जनाधार कार्ड के माध्यम से इसे डाउनलोड कर लेंगे तो उन्हें न तो किसी योजना के लिए कार्यालय आना पड़ेगा और न ही ई-मित्रों को अतिरिक्त पैसा देकर पंजीकरण कराना होगा। क्योंकि इससे किसान घर बैठे एक क्लिक पर सभी योजनाओं और उनके लाभों के बारे में विस्तार से जान सकेंगे।
राज किसान सुविधा ऐप डाउनलोड करने और लॉगिंग करने के मामले में अलवर पहले और भरतपुर दूसरे नंबर पर है। अलवर के 174 शिविरों में अब तक 2316 किसान इस एप पर लॉग इन कर चुके हैं। इसी तरह भरतपुर में 128 शिविरों में 747, धौलपुर में 60 शिविरों में 238, करौली में 79 शिविरों में 907 और सवाईमाधोपुर में 95 शिविरों में 856 किसानों ने ऑनलाइन लॉगिंग की है. राज किसान सुविधा एप डाउनलोड कर प्रति कैंप 300 किसानों की लॉगिंग करने का लक्ष्य रखा गया है. फिलहाल यह संख्या लक्ष्य के अनुरूप नहीं है। कृषि विभाग के अपर निदेशक देशराज सिंह के मुताबिक चारों विभागों की जानकारी एक साथ एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होने से किसानों को फायदा होगा. इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद किसानों को सरकारी दफ्तरों और ई-मित्रों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उन्हें एक क्लिक पर सभी योजनाएं और उनकी जानकारी मिल जाएगी। सरकार की ओर से यह एक अच्छी सुविधा है, जिसका लाभ उठाने के लिए किसानों को इस एप को डाउनलोड करना चाहिए।
कृषि उद्यानिकी, पशुपालन एवं कृषि विपणन से संबंधित योजनाओं की पूरी जानकारी। विभागीय योजनाओं के लिए आवेदन करने और आवेदन पर प्रगति की अद्यतन जानकारी उपलब्ध है। किसानों की ओर से अपने स्तर पर योजनान्तर्गत पात्रता की जांच करने की सुविधा। फसल बीमा योजना के तहत ओलावृष्टि, अतिवृष्टि जैसी आपदाओं से हुए नुकसान की सूचना देने की सुविधा। एकीकृत हेल्प डेस्क के माध्यम से कृषि पर्यवेक्षक, किसान कॉल सेंटर, फसल बीमा कंपनी के कॉल सेंटर या सरकार के संपर्क पोर्टल से संपर्क करने की सुविधा। निकटतम कस्टम हायरिंग सेंटर एवं कृषि यंत्रों के किराये की जानकारी प्राप्त कर कृषि यंत्र बुक करने की सुविधा। ई-लाइब्रेरी में कीट रोग प्रबंधन, कृषि योजना, उन्नत कृषि पद्धति, नवीन सफलता से संबंधित साहित्य और वीडियो की उपलब्धता। मौसम संबंधी अन्य जानकारी, बीज उर्वरक और कीटनाशक विक्रेताओं की सूची, फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य, गोदामों की सूची, राज्य के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यातकों की सूची मोबाइल नंबरों के साथ भी उपलब्ध है। किसानों की सुविधा के लिए सामान्य प्रश्न उत्तर भी उपलब्ध हैं।
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