उद्योग विभाग ने कुसुम योजना में सोलर पंप के लिए पत्रावलियां ऑनलाइन कराने वाले किसानों को अपनी पत्रावलियां प्राइवेट व्यक्तियों को नहीं देने की हिदायत दी है।
उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ धर्मवीर ने बताया कि जिले के जिन-जिन कृषकों द्वारा पीएम कुसुम योजना के तहत् सोलर पंप सेट स्थापित करवाने हेतु राज किसान साथी पोर्टल पर पत्रावलियां ऑनलाईन करवायी गयी थी। अधिकृत फर्मों द्वारा पूर्व में सामान आपूर्ति करने में असमर्थता जाहिर की गयी थी, जिसकी वजह से कार्यालय स्तर में किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज पत्रावली एवं डी.डी. कार्यालय में जमा नहीं किये जा रहे हैं। ना ही किसी प्रकार की प्रशासनिक स्वीकृति एवं कार्यादेश जारी किये जा रहे हैं। वर्ष 2023-24 सौर उर्जा पम्प संयंत्र अनुदान हेतु भारत सरकार द्वारा कम्पनियों का अनुमोदन प्रक्रियाधीन है। वित्त वर्ष में समस्त सौर उर्जा पत्रावलियां राज किसान पोर्टल पर ऑनलाईन प्रशासनिक स्वीकृति हेतु कार्यादेश वरीयता क्रम से जारी किये जाने के आदेश प्राप्त हुये हैं। संज्ञान में आया है कि कुछ प्राईवेट व्यक्तियाें द्वारा कृषको को बार-बार दूरभाष पर फोन करके एवं उनके द्वारा रजिस्टर्ड फोन नम्बर पर मैसेज के माध्यम से उन्हें पत्रावली एवं डी.डी. विभाग के नाम से जमा करवाने के लिए बोला जा रहा है एवं जमा नहीं करवाने के अभाव में पत्रावली निरस्त हो जायेगी, ऎसा भी कृषकों को बोल कर भ्रमित किया जा रहा है। यह सरासर गलत है एवं विभागीय दिशा-निर्देशों के विरूद्ध है। जिले के किसानों को सूचित किया गया है कि वह अपनी पत्रावली अपने पास सुरक्षित रखें, प्राईवेट व्यक्तियों के पास जमा नहीं करवायें क्यूंकि वर्तमान में सोलर से संबंधित कार्य पुरानी कोटेशन दर पर सामान आपूर्ति फर्मो द्वारा नहीं किये जाने के कारण बन्द है। विभाग द्वारा किसानों को हिदायत दी गई है कि वे अपनी पत्रावली अपने पास सुरक्षित रखें। भारत सरकार द्वारा नई कम्पनियों के अनुमोदन के बाद ही किसानों को वरीयता क्रम के अनुसार सोलर संयंत्र के कार्यादेश जारी किये जायेंगे।