आईसीएआर-काजरी, आरआरएस जैसलमेर द्वारा ैब्ैच् के तहत किसान-वैज्ञानिक संपर्क सह इनपुट वितरण कार्यक्रम

Update: 2023-07-06 14:00 GMT
आईसीएआर-काजरी आरआरएस में गुरूवार को किसान-वैज्ञानिक संवाद और इनपुट वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। एससीएसपी के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में गांव मेघवालों की ढाणी और डेडा के कुल 79 लाभार्थियों को चार फसलों के बीज (बाजरा, ग्वार, मूंग और मोठ), तीन प्रकार के पौधे (कुमट, मोरिंगा और खेजड़ी) और उर्वरक वितरित किए गए। इस अवसर पर डॉ. अनिल पाटीदार ने किसानों का स्वागत किया, एससीएसपी कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी और पारंपरिक बीजों के संरक्षण और शुष्क क्षेत्र में इसके महत्व के बारे में बताया। डॉ. आर.एस. मेहता ने खरीफ फसलों में कृषि पद्धतियों के बारे में चर्चा की। डॉ. एम. पाटीदार ने खरीफ फसलों में उर्वरक प्रबंधन के बारे में बताया। डॉ. एस. सी. मीना ने एकीकृत कीट प्रबंधन एवं कीटनाशकों के प्रयोग के तरीके के बारे में बताया। डॉ. सरन्या आर. ने शुष्क क्षेत्र में खरीफ फसलों की प्रमुख बीमारियों और उनके प्रबंधन के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया। अंत में डॉ. दिलीप कुमार ने शुष्क क्षेत्र में एकीकृत कृषि प्रणाली अपनाने पर जोर दिया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया। आईसीएआर-काजरी आरआरएस के तकनीकी कर्मचारी रोसनलाल मीना और सुमित ने किसानों के पंजीकरण और रोपण सामग्री और उर्वरकों के वितरण में मदद की।
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