अजमेर न्यूज़: अजमेर सीएमएचओ कार्यालय के नाम से 8 लोगों के फर्जी दिव्यांगजन (विकलांगता) प्रमाण-पत्र जारी करने का मामला सामने आया है। जबकि सीएमएचओ कार्यालय ने इस तरह के कोई प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए हैं। ऐसे में सीएमएचओ द्वारा एसपी को मामले में शिकायत देने पर कोतवाली थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली थाना पुलिस के अनुसार सीएमएचओ डॉ. अनुज कुमार पिंगोलिया ने रिपोर्ट में बताया कि दिव्यांगजन के प्रमाण-पत्र हेतु आवेदक द्वारा ई-मित्र के माध्यम से आवेदन किए जाते हैं। उसके बाद हॉस्पिटल द्वारा जांच कर अनुशंसा करने पर प्रमाण-पत्र जारी किया जाता है। जिसकी संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन सम्पादित की जाती है। उन्होंने बताया कि सभी स्तर पर संबंधित अधिकारी/कार्मिक/ई-मित्र संचालक की एसएसओ आई.डी. के माध्यम से लॉगिन करते हुए कार्य सम्पादित किया जाता है।