जयपुर: यूनाइटेड काउंसिल ऑफ राजस्थान इंडस्ट्रीज (यूकोरी) एवं विश्वकर्मा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष ताराचंद चौधरी की अध्यक्षता में सुदर्शनपुरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सभागार में कार्यकारिणी एवं उद्यमियों की बैठक हुई। यूकोरी अध्यक्ष ताराचंद चौधरी व महासचिव नीलेश अग्रवाल ने बताया कि दूसरे राज्यों से बिजली महंगी मिलने के कारण उद्योगों को चलाना मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में जयपुर, अजमेर व जोधपुर वितरण निगमों ने फ्यूल सरचार्ज 45 पैसे, स्पेशल फ्यूल सरचार्ज 7 पैसे, 52 पैसे प्रति यूनिट लगाया गया है। अब एक साथ पूरा बकाया सरचार्ज बिल में लगाने के कारण बहुत ज्यादा भारी बिल बन गया है, जो उद्योगों के बिजली खपत से ज्यादा है। उद्यमी बिल जमा कराने की स्थिति में नहीं है।
चौधरी ने बताया कि नियामक आयोग के निर्णय के अनुसार 45 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल सरचार्ज बिलों में लगना चाहिए था। 7 पैसे प्रति यूनिट स्पेशल फ्यूल चार्ज के रूप में विद्युत कंपनियों ने गलत लगाया है। बैठक में स्पेशल फ्यूल सरचार्ज का विरोध किया गया कि यह चार्ज बिलों में नहीं लगना चाहिए था। यह बिलों में से 7 पैसे प्रति यूनिट वापस कम किया जाए और जिन्होंने बिल जमा करवा दिया है उनका स्पेशल फ्यूल चार्ज के पैसे वापस जमा कर आगे एडजस्ट किया जावे और फ्यूल सरचार्ज तीन किस्तों में लिया जाए। मीटिंग में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि स्पेशल फ्यूल सरचार्ज उद्योगों से नहीं लिया जाए व उद्योगों से संबंधित अन्य ज्वलंत समस्याओं वेयर हाउस, गोदाम को रीको द्वारा औद्योगिक दर्जा न देना, फायर एनओसी रीको औद्योगिक क्षेत्र में नगरीय विकास शुल्क के नोटिस देना और अन्य समस्याओं के लिए दिनांक 25 मई प्रदेश की सभी एसोसिएशन के अध्यक्ष, महासचिव व अन्य पदाधिकारियों के साथ विश्वकर्मा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, जयपुर में एक सभा रखी गई है। मीटिंग में विनोद गुप्ता, वाई एस भाटी, विनोद आर्या, वी सी जैन, फोर्टी कार्यकारी अध्यक्ष डॉ अरुण अग्रवाल, गोपाल दास गुप्ता, अनिल पोद्दार, विश्वनाथ पोद्दार, विष्णु शर्मा, शरद कांकरिया सहित अन्य वरिष्ठ उद्यमी मौजूद रहे।