जयपुर: राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने कहा कि बजट वर्ष 2023-24 की घोषणाओं का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित हो ताकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंशा के अनुरूप प्रदेश के पर्यटन विकास में नए आयाम स्थापित हो सकें।
राठौड़ मंगलवार को पर्यटन भवन स्थित कार्यालय में बजट घोषणाओं सहित अन्य बिन्दुओं पर प्रगति के सम्बन्ध में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि राजस्थान कांफ्रेंस एवं वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है तथा एएमआईसीई (मीटिंग, इन्सेन्टिव, कान्फ्रेंस, एक्जीबिशन) सेन्टर्स की स्थापना से प्रदेश की इस क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी । उन्होंने बजट घोषणाओं की अनुपालना में ढोला-मारू काम्पलैक्स निर्माण, गोल्फ कोर्स एवं एमआईसीई के लिए प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए । उल्लेखनीय है कि इनके सम्बन्ध में भूमि चिन्हीकरण सहित अन्य प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है।
आरटीडीसी अध्यक्ष ने विकास निगम की पर्यटन इकाइयों के सम्बन्ध में समीक्षा करते हुए कहा कि विकास निगम की होटल मुनाफ़े में चल रही हैं तथा अब आरटीडीसी बन्द इकाइयों को पुनः संचालित करने कि दिशा में कार्य कर रहा है ।उन्होंने कहा कि ऐसी इकाइयों को ओएण्डएम के माध्यम से संचालित करने की तैयारियाँ पूर्ण हो चुकी है।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़, पर्यटन निदेशक रश्मि शर्मा, आरटीडीसी प्रबन्ध निदेशक विजयपाल सिंह एवं कार्यकारी निदेशक धीरज सिसोदिया सहित आरटीडीसी प्रबन्धन के अधिकारी मौजूद रहें।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान बना मॉडल स्टेट
राठौड़ ने कोटा के विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि चाहे सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ हो या विकास कार्यों हो,लोकप्रिय माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के नेतृत्व में राजस्थान देशभर में मॉडल स्टेट के रूप में उभरा है।
प्रधानमंत्री जी ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करे - राठौड़
आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ ने ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर की जनता को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना ईआरसीपी का वादा किया था, वो वादा नहीं निभाया । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी को ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जे की घोषणा करें ताकि अजमेर सहित 13 ज़िलों में पेयजल एवं सिंचाई सुविधा सुलभ हो सके। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री जी से तीर्थ नगरी पुष्कर के विकास के लिए घोषणा करने का आग्रह किया ।