साँवलिया सेठ के यहां कर्मचारी ने चुराए 41 हजार रूपये, श्रद्धालु की नजर में हुआ कैद
चित्तौड़गढ़ । क्षेत्र के प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री साँवलिया सेठ (प्राकट्य स्थल) भादसोड़ा चौराहे पर कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के मौके पर शनिवार को दान पात्र (भंडार) खोला गया। इस मौक़े पर की जा रही नोटों की गिनती के दौरान एक कर्मचारी ने मौका पाकर 41 हज़ार रुपए जेब में रख लिए। ये सब नज़ारा एक श्रद्धालु ने मोबाइल मे कैद कर मंदिर प्रशासन को अवगत कराया। बाद मे मंदिर प्रशासन ने कर्मचारी की जेब से रूपए बरामद किये।
भाद्सोडा चौराहा स्थित श्री सांवलिया सेठ के प्राकृतिक स्थल पर कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन शनिवार को सांवरिया सेठ का दानपात्र (भंडार) खोला ओर उन्हे वही पर जाजम बिछाकर छटनी की जा रही थी। इसी दौरान एक कर्मचारी ने मौका पाकर 41 हज़ार रुपए जेब में रख लिए। ये सब नज़ारा एक श्रद्धालु ने मोबाइल मे कैद कर मंदिर प्रशासन को अवगत कराया। बाद मे मंदिर प्रशासन ने कर्मचारी की जेब से रूपए बरामद किये। मंदिर प्रशासन ने मौक़े पर ही कर्मचारी की जेब से 2000 के 11 नोट व 500 के 38 नोट कुल मिलाकर 41 हज़ार रुपए बरामद किये। रुपए चुराने वाला कर्मचारी का नाम कन्हैया लाल जाट पिता गोपी लाल जाट निवासी भादसोड़ा मीरा गंज बताया जाता है। पूर्व में भी चौदस के रोज सांवरिया सेठ का दानपात्र खोले जाने पर गिनती के दौरान मंदिर के कर्मचारी राजू सेन की जेब से 29 सौ रूपये प्राप्त किये थे और उसके 5 दिन बाद ही मंदिर परिसर में ही राजू सेन की एक पेटी से 71000 हजार रुपए ओर प्राप्त हुए थे। मंदिर परिसर में पूर्व मे भी ऐसी कोई घटना हो चुकी है फिर भी सांवलिया मंदिर कमेटी ने इस मामले को कभी गंभीरता से नहीं लिया है। कहीं ना कहीं मंदिर कमेटी की इस तरह की भूमिका संदेह पैदा करती है।