नागौर। नागौर थानाध्यक्ष सुरेश कुमार चौधरी ने बताया कि चितावा निवासी सुनील चौहान पुत्र गोरधन ने कुचामन थाने में रिपोर्ट दी है. जिसके अनुसार उसने कुचामन के ई मित्र से अपना मूल निवास प्रमाण पत्र बनवाया था. बाद में उनका चयन सीआईडी सीबी में हो गया। जब उन्हें मुख्यालय में प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए बुलाया गया तो वहां से बताया गया कि यह मूल निवास प्रमाण पत्र जाली है। राजाराम नाम के युवक के मूल निवास प्रमाण पत्र पर उसकी फोटो एडिट कर फर्जी प्रमाण पत्र के रूप में दे दी गई। इसके बाद अब तक उनकी चयन प्रक्रिया अटकी हुई है। एसएचओ ने बताया कि शिकायतकर्ता की रिपोर्ट के आधार पर कुचामन थाने में आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच हेड कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद को सौंपी गई है।