सफाई के लिए लगाए थे डस्टबीन, चोरो ने किए साफ

Update: 2023-03-17 14:55 GMT

कोटा: शहर में करवाए जा रहे विकास कार्यों के साथ ही सफाई भी दिखे। इसके लिए नगर विकास न्यास ने शहर में जगह-जगह पर डस्टबीन और लोगों के बैठने के लिए सड़क किनारे फुटपाथ पर बैंचे लगवाई। लेकिन लगते ही उन डस्टबीन पर चोरों की नजर पड़ी और उन्हें गायब करना शुरू कर दिया। नगर विकास न्यास की ओर से शहर में करीब 45 सौ करोड़ से अधिक के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। जिनमें बड़े कार्यों के साथ ही हर वह काम करवाए जा रहे हैं जिससे आमजन को राहत मिल सके। किशोर सागर तालाब(केएसटी) के नाम से एक नया पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। यहां स्थानीय लोगों के अलावा कोचिंग विद्यार्थी और बाहर से शहर में आने वाले लोग भी घूमने के लिए जा रहे हैं। न्यास ने तालाब के आकर्षण को बढ़ाने के लिए उनमें हाल ही में पानी में तैरते हुए घोड़े लगाए हैं। दूर से नजर आने के लिए उन पर लाइटिंग व फव्वारे भी लगए हैं। वे घोड़े राह चलते लोगों को नजर आ सके इसके लिए तालाब की चार दीवारी पर लोहे की रैलिंग लगाई है। वहीं तालाब के किनारे सीबी गार्डन की तरफ पांच मंजिला सालिम सिंह की हवेली का निर्माण भी कराया है। केएसटी पर रोजाना सैकड़ों लोगों के आने से वहां लोग खाने पीने का भी आनंद ले रहे हैं। ऐसे में खाने के बाद सड़क पर गंदगी न हो और कचरा डस्टबीन में डाले। इसके लिए न्यास ने हाल ही में तालाब के किनारे मेन रोड की तरफ लोहे के आकर्षक डस्टबीन लगवाए हैं। ये डस्टबीन कोटड़ी से बड़ तिराहे की तरफ और जयपुर गोल्डन की तरफ समेत कई जगह पर लगाए गए हैं। लेकिन हालत यह है कि लोगों ने अभी उनका उपयोग भी करना शुरू नहीं किया था। यहां तक कि डस्टबीन की पॉलिथीन तक नहीं हटी है। उससे पहले ही बड़ तिराहे के पास तालाब के किनारे से दो डस्टबीन गायब भी हो गए हैं। लोगों का कहना है कि मेन रोड की तरफ लगाए गए डस्टबीन को ही चोर या नशा करने वाले ले जा सकते हैं तो फिर अन्य स्थानों पर इनका सुरक्षित रह पाना मुश्किल है। जानकारों का कहना है कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए केन्द्रीय टीम का भी कोटा दौरा प्रस्तावित है। ऐसे में शहर साफ नजर आए उसे देखते हुए न्यास द्वारा शहर में रात के समय सफाई तो करवाई ही जा रही है। साथ ही डस्टबीन भी लगवाए थे। लाखों रुपए की लागत से लगाए गए डस्टबीन को ही चोर निशाना बनान लगे हैं। जानकारों का कहना है कि न्यास शहर को सुंदर बनाने पर लाखों रुपए खर्च कर रहा है और चोर व नशेड़ी उन डस्टबीन को कोड़ियों के भाव बेचकर शहर को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

थकने पर बैठने के लिए बैंचे

शहर के पार्कों में तो लोगों के बैठने के लिए बैंचे लगी हुई सभी ने देखीे होंगी लेकिन सड़क किनारे फुटपाथ पर बैचे कोटा में शायद ही किसी ने देखी हो। लेकिन शहर में अब यह भी देखने को मिल रहा है। न्यास ने किशोर सागर तलाब के किनारे फुटपाथ पर और आकाशवाणी से बड़ तिराहे के बीच सड़क के फुटपाथ पर भी लकड़ी की बैचे लगाई हैं। जिससे राह चलता पैदल व्यक्ति थक जाए या वाहन चालक कुछ देर बैठना चाहे तो वह उन बैंचों का उपयोग कर सकता है। नीचे से लोहे की और ऊपर से लकड़ी की नई डिजाइन वाली ये बैंचे लगाई गई हैं। जिसमें सहारे के लिए आधा ही हिस्सा दिया गया है।

इनका कहना है

शहर साफ दिखे और सड़कों पर कचरा नहीं डले। इसके लिए न्यास ने शहर में जगह-जगह पर करीब 90 डस्टबीन लगवाए हैं। उसी तरह से नई डिजाइन की 135 बैंचें लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लगाई गई हैं। जिससे राह चलते लोग भी उन बैंच पर बैठकर आराम कर सके। लेकिन डस्टबीन के चोरी होने की जानकारी नहीं है। यदि कहीं ऐसा हो रहा है तो उसे दिखवाया जाएगा। साथ ही ऐसा करने वालों का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।

-राजेश जोशी, सचिव, नगर विकास न्यास 

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