जिले के सभी गांवों में कचरा प्रबंधन होने से अब शहर की प्रकृति को लगेंगे चार चांद

Update: 2023-07-03 17:27 GMT
दौसा। दौसा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत गांवों को ओडीएफ प्लस बनाने पर कार्य किया जा रहा है। इसके तहत तरल एवं ठोस कचरे का प्रबंधन किया जाना है। जिले के सभी गांवों में तरल कचरा प्रबधंन किया जाएगा। इससे रास्तों एवं अन्य सार्वजनिक जगहों पर घरों एवं अन्य स्रोतों से निकलने वाले गंदे पानी भराव की समस्या से निजात मिल सकेगी। इससे स्वच्छता के साथ ही सोन्दर्यकरण को भी बढ़ावा मिल सकेगा। जानकारी के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत गांवों को ओडीएफ प्लस बनाने पर कार्य किया जा रहा है। इसके तहत तरल एवं ठोस कचरे का प्रबंधन किया जाना है। इससे शहरों की तर्ज पर गावों में भी सफाई व्यवस्था हो सके।
वर्ष 2023-24 तक जिले के सभी 1135 राजस्व गांवों में तरल कचरा प्रबंधन का लक्ष्य है। गत वर्ष तक 300 से अधिक गांवों में तरल कचरा प्रबंधन हो चुका है। हालांकि इनमें अधिकांश छोटे राजस्व गांव ही शामिल हैं। ऐसे में शेष रहे गांवों में कार्य किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक गांव की जरुरत के हिसाब से कार्य के लिए डीपीआर तैयार होगी। काफी संख्या में डीपीआर तैयार भी हो चुकी है। इसके अलावा कुल मिलाकर जिले के 50 प्रतिशत गांवों में ठोस कचरा प्रबंधन का भी लक्ष्य है। काफी गांवों में ठोस कचरा प्रबंधन हो चुका है। ऐसे में शेष गावों में कार्य होगा। लक्ष्य के अनुसार कार्य हुआ तो आने वाले समय में गांवों का स्वरूप निखरा हुआ नजर आएगा।
यह मिलेगा लाभ ग्रामीण क्षेत्र में घरों एवं अन्य स्रोतों से निकलने वाला पानी सडकों तक पर भरा रहता है। इससे कई गांवों के प्रमुख मार्गों पर कीचड़ के हालात बने रहते है। इससे वाहनचालकों एवं राहगीरों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं सोन्दर्यकरण प्रभावित होने के साथ मच्छरों से बीमारियां फैलने का अंदेशा बना रहता है। ऐसे में तरल कचरा प्रबंधन होने से समस्या से निजात मिल सकेगी।ब्लॉक के सभी गांवों में तरल कचरा प्रबंधन का लक्ष्य है। इसके तहत नाली निर्माण समेत अन्य कार्य होंगे।
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