जोधपुर। निकाह न होने पर युवती जान देने पहुंची, गोताखोर ने बचाया युवक के घरवालों के शादी से इनकार करने से आहत एक युवती रविवार की शाम आत्महत्या करने के लिए कयालाना झील पहुंची और नौका विहार क्षेत्र में जाकर पानी में उतर गई और आत्महत्या का प्रयास किया। लेकिन वहां मुस्तैद गोताखोर (तैराक ने आत्महत्या की कोशिश कर रही एक लड़की को बचाया) तुरंत हरकत में आया और लड़की को सकुशल बाहर निकाल लिया। फिर उसे उसकी मां और बहन के साथ घर भेज दिया।
गोताखोरों ने बताया कि प्रतापनगर में काली टंकी के पास रहने वाली 18 वर्षीय युवती शाम को कायलाना पहुंची और नौका विहार क्षेत्र के पास पानी में चली गयी। वह पानी में डूबने लगी। यह देख आसपास के लोगों में चीख पुकार मच गई। तभी गोताखोर भरत चौधरी पानी में उतरे और बच्ची को सकुशल बाहर निकाल लिया। तब लक्ष्मण ने मीना, शंकर, काना, किशन, रामू, नारायण और नाव चलाने वाले कर्मचारियों की मदद से लड़की को किनारे पर ला दिया।
कायलाना चौकी की पुलिस भी मौके पर आ गई और लड़की को चौकी ले गई, जहां पूछताछ के दौरान लड़की ने पुलिस को बताया कि वह एक युवक से शादी करना चाहती थी, लेकिन युवक के घरवाले शादी नहीं होने दे रहे थे। इसलिए वह अपनी मर्जी से मरने आई थी। लड़की की मां और बहन को चौकी पर बुलाया गया। काउंसलिंग के बाद लड़की को उनके साथ घर भेज दिया गया।