समरानिया न्यूज़: बारां जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय समरानिया के छात्र-छात्राओं ने सुबह स्कूल की समस्याओं को लेकर स्कूल गेट पर ताला जड़ दिया। स्कूल के विद्यार्थियों ने बताया कि इस क्षेत्र का सबसे बड़ा एवं अधिक नामांकन वाला विद्यालय स्थानीय कस्बे का है, किंतु शिक्षा के नाम पर यहां व्याखताओ का अभाव है। साक्षी मेहता,दिशा भार्गव, पूनम,प्रियंका आदि छात्राओं ने बताया कि 12 वी कक्षा में हिंदी,इतिहास,अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान का व्यख्याता नही है। विद्यालय में किसी भी एक दो विषय को छोड़ दिया जाए तो कोर्स के नाम पर कुछ भी नही पढ़ाया गया है। छात्र-छात्राओं ने करीब 3 घण्टे तक स्कूल गेट का ताला लगाकर अपनी शिक्षण सम्बन्धी समस्या को लेकर प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे केलवाड़ा थाना के एएसआई इस्लाम खान ने मौके पर शांति व्यवस्था बनाई रखी। स्टाफ की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने स्कूल गेट के बाहर उग्र प्रदर्शन किया। सूचना मिलते ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जिला परिषद सदस्य रवि किराड़,राजेन्द्र पंकज,पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष देवाशीष शर्मा,छात्रसंघ अध्यक्ष सिद्धार्थ शर्मा,नायब तहशीलदार हेमराज नागर, सीबीईओ मोहम्मद सिराज सहित क्षेत्र के पीईईओ मौके पर पहुंच गए। जनप्रतिनिधि एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने स्टूडेंट्स से बातचीत कर बीच मे समझाइश की।
जनप्रतिनिधियों की समझाइश के बाद खोला ताला: क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य रवि किराड़, सरपंच प्रतिनिधि राजेन्द्र पंकज की समझाइश के बाद स्कूल के बच्चों ने ताला खोला। जिसके बाद एक सामूहिक चौपाल का आयोजन किया। स्कूल में अधिकारियों के सामने स्कूल विद्यार्थियों ने शिक्षक, अनुशासन की चरमराती व्यवस्था को लेकर अवगत करवाया।
नियुक्ति न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी: करीब 3 घण्टे चला प्रदर्शन के दौरान छात्र-छात्राओं ने प्रतिनिधि के रूप ने पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष देवाशीष शर्मा को बुलाया गया। स्कूली स्टूडेंटस का प्रतिनिधि करते हुए देवाशीष शर्मा ने बताया की यदि उचित व्यवस्था एक सप्ताह में नही हुई तो विद्यार्थियों द्वारा आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान मौखिक साथ दिवसीय अल्टीमेटम सीबीओ को दिया गया। अगर मांग पूरी नही हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
विद्यार्थियों ने दिया ज्ञापन: छात्र-छात्राओं ने स्टाफ की मांगों को लेकर सीबीओ को ज्ञापन दिया। जिसमें स्कूल के रिक्त पदों को भरने की मांग की।विद्यार्थियों ने बताया की हिंदी,संस्कृत, इतिहास,राजनीति विज्ञान जैसे रिक्त पदों पर भरने एवं शिक्षण करवाने की मांग की।
अध्यापकों की कमी के चलते हम छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। कोरोना काल के बाद 2 साल बाद विद्यालय खुले हैं, परंतु शिक्षकों के अभाव के चलते हमें शिक्षा नहीं मिल पाती।
- दिशा भार्गव, छात्रा।
विद्यालय में शिक्षकों का अभाव बना हुआ है। इस समस्या को लेकर छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया। अध्यापकों की कमी से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। रिक्त पद भरे जाए, इसकी में मांग करता हूं।
- राजेंद्र पंकज, सरपंच प्रतिनिधि, समरानियां।
स्टाफ की कमी के चलते छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। उसके लिए प्रयास करके 1 सप्ताह के अंदर डेपुटेशन पर या अन्य किसी प्रकार से शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी। छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं होगी इसके लिए मेरी तरफ से हर संभव प्रयास किया जाएगा।
- सिराज मोहम्मद, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी।