एमबीएस व जेकेलोन में शुरू हुआ नाली निर्माण कार्य

Update: 2023-03-16 14:50 GMT

कोटा: संभाग के सबसे बड़े एमबीएस व जेकेलोन अस्पताल में आखिरकार टूटी नालियों की सूध ले ही ली। पिछले छह माह से टूटी नालियों का गंदा पानी रोड पर जमा हो रहा था जिससे मरीजों को परेशानी हो रही थी। सबसे ज्यादा परेशानी सेंटर लेब के सामने टूटी नाली से हो रही थी। मरीजों को गंदे पानी से होकर लेब में जांच के लिए जाना पड़ रहा था। इस परेशानी को दैनिक नवज्योति 15 मार्च के अंक में अस्पताल की गंदगी बीमारियों का दे रही ढेर शीषर्क खबर प्रकाशित करने के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और ठेकेदार को तुरंत टूटी नालियों के निर्माण शुरू करने के लिए कहा। बुधवार को सेंटर लेब के बाहर टूटे नाले की खुदाई करकें उससे फैल रहे पानी को रोकने के लिए सिवरेज लाइन डालने का कार्य शुरू किया।

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व टूटी सड़को की परेशानी को भी नवज्योति ने प्रमुखता से उठाया था उसके बाद सड़को का निर्माण तो कर दिया लेकिन नालिया और सीवरेज का कार्य शुरू नहीं किया जिससे टूटी नालियों का गंदा पानी परिसर में जमा हो रहा था। इंदिरा रसोई के पास में नालियां नहीं होने गंदा पानी जमा हो रहा जिसमें मच्छर पनप रहे है। बुधवार को जेकेलोन व एमबीएस अस्पताल में नालों की मरम्मत का कार्य शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली। संभाग का बड़ा अस्पताल होने से कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां से रेफर होकर मरीज यहां इलाज के लिए आते लेकिन यहां की अव्यवस्थाओं को देखकर मरीज अपने को ठगा-ठगा सा महसूस करता है। छह माह पहले सड़के और नालियों के बनाने के आदेश की पालना नवंबर में तो तामिल हुई वो भी आधी अधूरी। पीडब्ल्यूडी ने परिसर की खुदाई कर उसमें बड़ी गिट्टी डालकर रोलर घुमाकर छोड़ दिया। नवज्योति ने 24 जनवरी के अंक में प्रसूताओं पर भारी पड़ रही अव्यवस्थाओं की मार शीर्षक से खबर प्रकाशित करने के बाद प्रशासन आनन फानन में हरकत में आया और सड़क निर्माण कार्य कराया। लेकिन नालियां नहीं बनाई । 15 मार्च के अंक खबर प्रकाशित होने के बाद अब काम शुरू हुआ।

लैब के बाहर जमा पानी की समस्या से मिलेगी निजात

पिछले एक साल से सेंटर लैब के बाहर टूटी नालियों से जमा हो रहे पानी को रोकने की कवायद बुधवार को शुरू हुई। ठेकेदार ने सबसे पहले नालियों की खुदाई कर टूटे पाइप लाइन को निकाला अब यहां नई सिवरेज लाइन के पाइप डाले जाएंगे जिससे सेंटर लेब के बाहर गंदा पानी जमा नहीं होगा। पास ही बने प्याऊ और टायलेट का कनेक्शन भी सीवरेज से किया जाएगा। जिससे लोगों बदबू से दोचार नहीं होना पड़ेगा।

नालियों के पानी से अब भी नहीं मिली निजात

सड़क निर्माण तो पूरा हो चुका है, लेकिन संभाग के दोनों बडेÞ अस्पातालों की गंदी नालियों और किचड़ अव्यवस्थाओं की पोल रहा है चहुंओर कीचड़ फैलने से मरीजों को अस्पताल पहुंचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एमबीएस के सेंटर लेब के बाहर हर समय पानी जमा रहता है। जिससे मरीजों को गंदे पानी में होकर लेब में जांच के लिए जाना पड़ता है। 

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