दिव्या मित्तल पैट एनडीपीएस की फाइलों में गड़बड़ी करने का आरोप, फिर हुई गिरफ्तार
जयपुर: दो करोड़ रुपए की घूस मांगने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद सस्पेंड हुई एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल को जमानत होने के बाद फिर गिरफ्तार किया गया है। पहले दिव्या को एसीबी ने गिरफ्तार किया था। अब एसओजी टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया है, जहां पहले वह पोस्टेड थीं। देर शाम तक एसओजी टीम अजमेर के सिविल लाइंस थाने में पूछताछ कर रही थी। दिव्या को अब एनडीपीएस की फाइलों में गड़बड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पद पर रहते हुए फाइलों में गड़बड़ी करने के आरोप में संभवत: यह प्रदेश का पहला मामला है। एसओजी ने दिव्या के खिलाफ एनडीपीएस की धारा 59 का उल्लंघन मानते हुए गिरफ्तार किया है। मामले की जांच जोधपुर एसओजी के एएसपी को सौंपी गई है।
रुपयों के लिए की बड़ी गड़बड़ियां: एसओजी ने नशीली दवाओं की तस्करी पर अजमेर के रामगंज थाने में दो और अलवर गेट थाने में एक मुकदमा दर्ज कर कुल तीन मुकदमों की जांच की थी। तीनोें ही मामलों में एक फार्मा कम्पनी के मालिक को आरोपी बनाया था। लगातार गिरफ्तारियां भी हो रही थीं। इसी दौरान दिव्या ने जांच में आरोपियों को राहत देने के लिए फाइल में गड़बड़ियां की। ट्रैप की कार्रवाई होने के बाद एसओजी ने फाइलों का सच जानना शुरू किया तो एनडीपीएस एक्ट की धारा 59 का खुला उल्लंघन होना पाया गया। इसके बाद दिव्या को गिरफ्तार किया गया।
यह था मामला:
एसीबी ने 16 जनवरी को एएसपी दिव्या मित्तल को दो करोड़ रुपए की घूस मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। एसीबी ने मित्तल को जयपुर लाकर पूछताछ की थी। दिव्या मित्तल ने मादक पदार्थ तस्करी में दर्ज मामले में हरिद्वार की फार्मा कम्पनी के मालिक को गिरफ्तार नहीं करने का झांसा दिया और घूस के लिए दलाल के मार्फत लगातार परेशान करना जारी रखा था।
मादक पदार्थ से जुड़ी फाइलों की जांच करने में दिव्या मित्तल ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 59 का उल्लंघन किया है। कई गड़बड़ियां सामने आने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। आगे जांच की जा रही है।
-अशोक राठौड़, एडीजी एसओजी व एटीएस