जयपुर । राज्य सरकार के निर्देशानुसार सभी जिला प्रभारी सचिव 28 एवं 29 मई को अपने प्रभार वाले जिले का भ्रमण करेंगे। इस दौरान वह दो रात्रि विश्राम सहित विभिन्न कार्यों का निरीक्षण एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे तत्पष्चात 31 मई को जयपुर में आयोजित होने वाली वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग के संयुक्त शासन सचिव की ओर से जारी ’आज्ञा’ के मुताबिक प्रभारी सचिव जिले में पेयजल एवं बिजली आपूर्ति व्यवस्था की समीक्षा कर इसके अन्तर्गत जिला प्रशासन के अधिकारियों जिला कलक्टर, अति. जिला कलक्टर, उप खण्ड अधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं विभाग के फील्ड स्तर के अधिकारियों की सक्रियता का आंकलन करेंगे।
प्रभारी सचिवों को हीट वेव एवं मौसमी बीमारियों से सम्बन्धित स्थिति की समीक्षा कर इससे सम्बन्धित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन एवं फील्ड स्तर के अधिकारियों की सक्रियता का आंकलन कर आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, गौशाला एवं अन्य पशु-पक्षियों के लिये पेयजल, दवाईयों आदि की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करवाने के लिए निर्देशित किया गया है।
प्रभारी सचिव इस दौरान सभी राजकीय विभागों के ई-फाइल डिस्पोजल समय एवं अधिकारियों-कार्मिकों की कार्यक्षमता एवं समय पालन की समीक्षा करेंगे। वह लम्बित भू-हस्तान्तरण, भू-रूपान्तरण एवं भू-आवंटन की स्थिति तथा लम्बित औद्योगिक भू आवंटन प्रस्तावों की समीक्षा करेंगे। साथ ही, जिला प्रशासन एवं अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा भ्रमण, रात्रि विश्राम एवं चौपाल आदि आयोजित करने की समीक्षा करेंगे।
प्रभारी सचिव अवैध खनन, ड्रग्स एवं महिला अपराध की स्थिति तथा खाद्य पदार्थों में मिलावट एवं अवधि पार उत्पादों की स्थिति की भी समीक्षा करेंगे और उसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेंगे।
प्रभारी सचिवों को मानसून प्रारम्भ होने से पूर्व जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन संरचनाओं एवं अन्य किये जाने वाले ठोस उपाय तथा वृहद स्तर पर पौधरोपण अभियान तैयार कर इसे जन आन्दोलन के रूप में क्रियान्विति सुनिश्चित करवाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासनिक सुधार एवं समन्वय विभाग की ’आज्ञा’ के अनुसार प्रभारी सचिव भ्रमण रिपोर्ट तीन दिन में राजस्थान सम्पर्क पोर्टल के ट्यूर मॉड्यूल पर अपलोड करेंगे।