कोटा न्यूज़: राज्य सरकार द्वारा पिछले साल कोटा में नदी पार क्षेत्र में जिला अस्पताल बनाने की बजट में घोषणा तो कर दी थी। लेकिन अब दूसरा बजट आने वाला है। अभी तक तो यह धरातल पर नजर नहीं आया है। सिर्फ फाइलों में ही दौड़ रहा है। सरकारों द्वारा हर साल बजट में घोषणाएं तो कर दी जाती हैं। लेकिन उनमें से अधिकतर घोषणाओं को पूरा होने में कई -कई साल लग जाते हैं। एक साल में तो उस घोषणा पर काम तक शुरू नहीं हो पाता है। ऐसा ही एक मामला है जिला अस्पताल का। राज्य सरकार ने पिछले साल बजट में कोटा में नदी पार क्षेत्र में एक जिला अस्पताल खोलने की घोषणा की थी। यह जिला अस्पताल करीब 50 बैड का बनना है। बजट में घोषणा होने के बाद शहर के लोगों विशेष रूप से नदी पार क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल छा गया था। लोगों को उम्मीद लगी थी कि इस क्षेत्र में अस्पताल बनने से हजारों लोगों को लाभ होगा। लेकिन हालत यह है कि इस घोषणा को पूरा एक साल होने को है। नया बजट शीघ्र ही आने वाला है। इसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा अलग-अलग वर्गों से चर्चा की जा रही है। लेकिन एक साल पूरा होने के बाद अभी तक भी यह जिला अस्पताल जमीन पर नहीं उतर सका है।
सकतपुरा में चिन्हित की जमीन: नदी पार क्षेत्र में बनने वाले इस जिला अस्पताल के लिए बजट में घोषणा होने के साथ ही जमीन की तलाश शुरु हो गई थी। स्वायत्त शासन मंत्री के निर्देश पर यूआईटी ने थर्मल कॉलोनी के सामने सकतपुरा में उस खाली जमीन को इसके लिए चिन्हित किया। जिसे हरी झंडी मिलने के बाद वहां नगर विकास न्यास ने जिला अस्पताल का बोर्ड भी लगा दिया है। बोर्ड लगने के बाद भी वहां अभी तक अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।
बजट व स्टाफ भी हुआ स्वीकृत: बजट में घोषणा के बाद जिला अस्पताल के लिए बजट व स्टाफ भी स्वीकृत हो चुका है। करीब 57 करोड़ की लागत से अस्पताल का निर्माण किया जाना है। साथ ही डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ भी स्वीकृत कर दिया गया है। लेकिन वह जिला अस्पताल तैयार होने के बाद ही कार्य कर पाएगा।
सेटेलाइट व जिला अस्पताल: अभी तक कोटा में जिला अस्पताल के नाम पर रामपुरा स्थित सेटेलाइट अस्पताल ही है। पूर्व में यह सेटेलाइट अस्पताल था लेकिन अब इसे जिला अस्पताल घोषित कर दिया है। यह अस्पताल 100 बैड का स्वीकृत है। लेकिन फिलहाल यहां 50 बैड ही है। इस असपताल के विस्तार का काम शुरू हो गया है। इसके तैयार होने और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्रमाण पत्र मिलने के बाद यह 100 बैड का हो जाएगा। रामपुरा जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आर.के. सिंह ने बताया कि रामपुरा स्थित सेटेलाइट व जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज के अधीन है। जबकि नदी पार क्षेत्र में बनने वाला जिला अस्पताल सीएमएचओ के अधीन होगा।
नदी पार जिला अस्पताल अस्पताल की घोषणा पिछले साल बजट में हो गई थी। इसके बनने से इस क्षेत्र के हजारों लोगों को इसी क्षेत्र में बेहयतर चिकित्सा की सुविधा मिल सकेगी। हालांकि इसके लिए डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ स्वीकृत हो चुका है। वह स्टाफ वर्तमान में कुन्हाड़ी हाउसिंग बोर्ड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत है। जिला अस्पताल का काम अभी तक शुरू नहीं हो सका है।
- अनिल सुवालका, पार्षद कुन्हाड़ी
नदी पार सकतपुरा में जिला अस्पताल की पिछले साल बजट में घोषणा हो चुकी है। इसके लिए सकतपुरा में 17 हजार 790 वर्ग मीटर जमीन भो आवंटित हो गई है। उस जमीन का पट्टा बनाकर तैयार कर लिया है। यह पट्टा व इसके निर्माण से संबंधित दस्तावेज तैयार कर 15 दिन पहले ही नेशनल हैल्थ मिशन को सौंप दिया है। इसके लिए 57 करोड़ 82 लाख का बजट भी स्वीकृत हो गया है। नर्सिंग स्टाफ व डॉक्टर भी स्वीकृत हो गया है। लेकिन जिला अस्पताल का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है। यह कार्य टेंडर प्रक्रिया में है।
- डॉ. जगदीश सोनी, सीएमएचओ कोटा
सकतपुरा में जिला अस्पताल का निर्माण नेशनल हैल्थ मिशन द्वारा किया जाएगा। अस्पताल निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने व सर्वे का काम निजी एजेंसियों द्वारा किया जा रहा है। यह काम पूरा होने के बाद उसके हिसाब से ही अस्पताल का निर्माण कार्य कराया जाएगा। अस्पताल की बिल्डिंग बनने में करीब एक से सवा साल का समय लगेगा।
- आशाराम मीणा, एक्सईएन, नेशनल हैल्थ मिशन कोटा