जिला कलक्टर ने कोचिंग संस्थानों एवं होस्टल संगठनों की ली बैठक

Update: 2023-08-12 10:58 GMT
कोचिंग संस्थानों एवं होस्टल एसोशिएसन की बैठक जिला कलक्टर ओपी बुनकर की अध्यक्षता में शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। जिसमें पुलिस अधीक्षक शहर शरद चौधरी सहित सभी विभागांे के अधिकारी एवं कोचिंग व होस्टल संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने कहा कि कोचिंग विद्यार्थियों में तनाव कम करने के लिए कोचिंग संस्थान, होस्टल संगठनों के स्तर पर समन्वित प्रयास करनेे होंगे। राज्य सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन की पालना करते हुए सुधारात्मक कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को टीम भावना के साथ कार्य करते हुए विद्यार्थियों की समस्याओं का समय पर निराकरण करते हुए उनसे निरन्तर संवाद बनाये रखकर अनुकूल माहौल प्रदान करना होगा। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थान प्रतिमाह विद्यार्थियों को मोटिवेशन सेंशन आयोजित कर अन्य विकल्पों के लिए भी जागरूक करें।
उन्होंने निर्देश दिये कि रविवार को टैस्ट पेपर के बजाय कोचिंग संस्थान विद्यार्थियों को गूगल फार्म तैयार कर नियमित रूप से उनके मानसिक अवसाद को कम करने का कार्य करें। उन्होंने सभी कोचिंग सस्थानों एवं होस्टल संगठन फीस की इजी-एक्जिट पॉलिसी की अक्षरशः पालना करना सुनिश्चित करें जिससे विद्यार्थियों एवं अभिभावकों पर किसी तरह का मानसिक दबाव नहीं पडे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन के पास ऑन लाइन पॉर्टल पर अब तक 2 हजार विद्यार्थियों द्वारा शिकायतें प्राप्त हुई है। जिनका समय पर निराकरण कराया गया है।
पुलिस अधीक्षक शहर ने कहा कि अभी से विद्यार्थियों में तनाव के प्रकरण सामने आना चिंता का विषय है, जो समस्याऐं आ रही हैं उनका समय पर निराकरण किया जाये जिससे विद्यार्थियों में तनाव नहीं रहे। उन्होंने कहा कि कोचिंग या होस्टल के स्तर पर किसी भी प्रकार की लापरवाही सामने आयेगी त्वरित कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थान विद्यार्थियों को प्रवेश देते समय अभिभवकों को भी विद्यार्थियों के क्षमता से एवं अन्य विकल्पों के बारे में बताये। उन्होंने मीडिया से भी अनुरोध किया कि विद्यार्थियों से संबन्धित तनाव या आत्महत्या के प्रकरणों में तरीकों का उल्लेख नहीं किया जाये तथा बढा चढाकर प्रस्तुत नहीं किया जाये। उन्होंने विद्यार्थियों के अभिभावकों की भी समिति का गठन करवाने तथा उनसे भी समय समय पर संवाद करने का सुझाव दिया।
अतिरिक्त कलक्टर शहर बृजमोहन बैरवा ने कहा कि सभी कोचिंग संस्थान एवं होस्टल जिला प्रशासन के काउंसलर एवं टीम को निरीक्षण के समय सक्रिय सहयोग करें जिससे मानसिक तनाव का पता किया जा सके। मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. विनोद दडिया ने मानसिक तनाव की पहचान करने एवं कम करने के लिए किये जाने वाले प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने टीम द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकरी देकर विद्यार्थियों में तनाव का अकेडमी के स्रत पर पहचान करने का सुझाव दिया।
बैठक में अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन राजकुमारसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर भगवंतसिंह हींगड, डॉ. अग्रवाल, नवीन महेश्वरी, आर्ट ऑफ लिविंग के पारस कोहली सहित कोचिंग संस्थानों प्रतिनिधि एवं होस्टल संगठनों के प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया। इस अवसर पर कोंचिग व होस्टल निरीक्षण के लिए नियुक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
ये आये सुझाव-
- विद्यार्थियों के मानसिक तनाव का आकलंन करने के लिए मोबाइल एप वायसा ;ॅल्ै।द्ध की जानकारी विद्यार्थियों को दी जाये जिससे कभी भी विद्यार्थी सवाल जवाब के द्वारा स्वयं भी जांच कर सके।
- सभी कोचिंग संस्थानों में विद्यार्थियों को प्रवेश देने से पूर्व परीक्षा आयोजित की जाये उसके परिणाम के आधार पर ही प्रवेश दिया जाये।
- विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को कोचिंग में प्रवेश के समय मेडिकल एवं इंजिनियरिंग के अलावा विकल्पों की जानकारी दी जाये।
- होस्टलों में एवं पीजी में पंखों को लटकाने के लिए हैगिंग डिवाइस का उपयोग अनिवार्य किया जाये। भविष्य में किसी भी प्रकरणों में पुलिस इसकी भी जांच करेगी।
- होस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों में प्रतिदिवस मैनेजर, वार्डन द्वारा जांच अनिवार्य करवाई जाकर संवाद किया जाये तथा किसी भी समस्या यो स्वभाव परिवर्तन की सूचना अभिभवकों व पुलिस का दी जाये।
- कोचिंग संस्थानों में काउंसलर प्रक्रिया को प्रभावी एवं अनिवार्य किया जाये।
- बहुमंजिला होस्टलों में बालकोनी में लोहे की ग्रिल लगाई जाये।
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एडीएम सिटी द्वारा लिखित हौंसलों की उडान पुस्तक का विमोचन
विद्यार्थियों के मानसिंक अवसाद को कम करने के लिए 25 लघु कहानियों का संग्रह
कोटा 12 अगस्त। जिला कलक्टर ओपी बुनकर, पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में अतिरिक्त कलक्टर शहर बृजमोहन बैरवा द्वारा विद्यार्थियों में तनाव कम करने एवं प्रेरणादायक 25 कहानियों का संग्रह ’’हौसलों की उडान’’ पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी, कोचिंग, होस्टल संस्थानों के प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशासनिक दायित्वों के बीच समय निकालकर युवाओं, विद्यार्थियों को प्रेरणा देने के लिए इस प्रकार की कहानियां लिखना प्रतिभा को दर्शाता है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आज के समय युवाओं को प्रेरणा देने एवं मानसिक तनाव कम करने के लिए कहानी सशक्त माध्यम है। इससे विद्यार्थी अपना लक्ष्य तय करने के इस कहानी के पात्रों से प्रेरणा लेकर आगे बढ सकता है।
अतिरिक्त कलक्टर ने बताया कि यह उपकी दूसरी कृति है, इससे पूर्व कारोना काल में प्रेरणा देने के लिए कविता संग्रह कैक्टस के फूल का लेखन किया गया था। उन्होंने बताया कि हौंसलों की उड़ान एक कहानी संग्रह है जिसमें लघु 25 कहानियों का संग्रह किया गया है। आज के डिजिटल समय में युवा के पास समय का अभाव है। ऐसे में इसमें लघु एवं प्रेरणादायक कहानियों का समावेश किया गया है। उन्होंने बताया कि कोटा में नियुक्ति के दौरान विद्यार्थियों में तनाव, अवसाद की समस्या को देखते हुए उनको इस प्रकार की कहानी लिखने का विचार आया जिससे विद्यार्थियों को कम समय में प्रेरणा मिल सके। उन्होंने बताया कि कहानियों में ऐतिहासिक महापुरूषों के जीवन, सफल व्यक्तियों के जीवन में घटित घटनाओं एवं धार्मिक महत्व की प्रेरक घटनाओं पर आधारित लेखन किया गया है।
इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन राजकुमारसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर भगवंतसिंह हींगड, राजस्व अपील अधिकारी मनोज कुमार, सीईओ जिला परिषद ममता तिवाड़ी, डीएसओ पुष्पा हरवानी, उपायुक्त नगर निगम गजेन्द्रसिंह सहित प्रशासनिक अधिकारी, कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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