सवाई माधोपुर। सवाई माधोपुर जिला अस्पताल में आज डॉक्टरों की संवेदनहीनता का मामला सामने आया। अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों की लापरवाही के चलते जिला अस्पताल परिसर में एक मरीज सड़क पर तड़पता नजर आया। जिसकी जानकारी लोगों ने मीडिया को दी. सूचना पर मीडियाकर्मी व भाजपा नेता मौके पर पहुंच गए। मीडियाकर्मियों के हस्तक्षेप के बाद अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर हरकत में आए और सड़क पर तड़प रहे मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जानकारी के अनुसार बोदल निवासी रामजीलाल को गुरुवार को बुखार व सिर दर्द होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसका बुखार व सिरदर्द ठीक नहीं हुआ. इन सबके बावजूद डॉक्टरों ने शुक्रवार को उसका इलाज करने के बजाय जबरन छुट्टी दे दी. मरीज रामजीलाल की पत्नी का आरोप है कि डॉक्टरों ने जबरन रामजीलाल को डिस्चार्ज कर वार्ड से बाहर कर दिया. रामजीलाल बुखार और सिरदर्द से पीड़ित था, लेकिन डॉक्टर ने उसकी एक न सुनी। ऐसे में रामजीलाल अस्पताल परिसर में ही सड़क पर लेट गया और तड़पता रहा। रामजीलाल की हालत गंभीर देख किसी ने मीडियाकर्मियों को बुला लिया। सूचना पर कुछ मीडियाकर्मी और भाजपा नेता अस्पताल पहुंचे। यहां पहुंचकर इन लोगों ने पीएमओ और डॉक्टरों से बात की और रामजीलाल को दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया. तब रामजीलाल की पत्नी को राहत मिली। उधर, सवाई माधोपुर जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. बीएल मीणा का कहना है कि मामले को लेकर मैं आउट ऑफ स्टेशन था. इसलिए मामले की जानकारी नहीं है।