Dholpur: प्रभारी सचिव पी रमेश ने लिया बाढ़ के प्रति तैयारियों की समीक्षा बैठक

Update: 2024-09-13 13:09 GMT
Dholpur धौलपुर । जिले में अतिवृष्टि के कारण एवं प्रमुख बांधों के इष्टतम स्तर पर पहुंच जाने के मध्येनजर जिला प्रभारी सचिव पी रमेश की अध्यक्षता में बाढ आपदा प्रबन्धन के प्रति तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिला प्रभारी सचिव पी रमेश ने जिले में बाढ़ के प्रति तैयारियों, चम्बल एवं जिले के प्रमुख बांधों के जल स्तर के बारे में जानकारी लेकर जिला कलक्टर को ऐहतियाती उपायों के बारे में आवश्यक निर्देश दिये। प्रभारी सचिव ने कहा कि जिले में जहां-जहां बाढ जैसी स्थिति बन गई है, वहां चौकस नजर बनाये रखें एवं जमीनी स्तर पर उपलब्ध मशीनरी को सचेत रखे एवं बाढ़ राहत बचाव हेतु सभी एजेंसियों यथा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा दल आदि को मय आवश्यक उपकरणों जैसे बोट, टॉर्च, रस्सी, फ्लॉटिंग ट्यूब, वायरलेस सिस्टम इत्यादि को पूर्ण तैयार रखें। उन्होंने कहा कि बाढ आपदा राहत कार्य हेतु सभी एजेंसियां सभी स्तरों पर पूर्ण समन्वय बनाये रखें।
जिला प्रभारी सचिव ने जिले के प्रमुख पार्वती बांध एवं उर्मिला सागर बांध के जलस्तर एवं किये जा रहे नियंत्रण उपयों के बारे में जानकारी ली। प्रभारी सचिव ने अधीक्षण अभियन्ता जल संसाधन विभाग सुरेश मीणा से बांधों के वर्तमान जल स्तर, विगत दिनों के जल स्तर, अधिकतम जल स्तर इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर आवश्यक तैयारियां रखने एवं बाढ़ के प्रति सुभेद्यता को देखते हुए सभी माकूल इन्तजाम चुस्त रखे जाने हेतु निर्देशित किया। इस मौके पर प्रभारी सचिव को जानकारी दी गई की उर्मिला सागर बांध के पूर्ण भराव हो जाने के बाद एनएच 11-बी को काटकर पानी की निकासी की जा रही है जिससे बाड़ी-धौलपुर मार्ग पर यातायात को बंद किया गया है। प्रभारी सचिव ने बांधों के समुचित जल प्रबन्धन एवं चौकस निगरानी रखे जाने हेतु निर्देश दिये।
उन्होंने अधीक्षण अभियन्ता जेवीवीएनएल से टूटे हुए विद्युत खम्भों, पोल इत्यादि के कारण विद्युत आपूर्ति में आ रही बाधा के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विद्युत खम्भां को दुरूस्त कर जल्द से जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल की जाये। उन्होंने अधीक्षण अभियंता पीएचईडी को ऐसे क्षेत्रों में जहां पेयजल की आपूर्ति बाधित हुई है वहां टैंकर्स के जरिए आपूर्ति किये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राशन एवं अन्य नागरिक आपूर्तियां यथा पैट्रोल, डीजल, रसोई गैस इत्यादि सतत ढंग से बनाये रखें। अत्यधिक जलभराव से प्रभावित लोगों को भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्रियां मुहैया की जाये। उन्हांने कहा कि अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों की सम्पूर्ण गिरदावरी की जाये। इस मौके पर जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने कहा कि यद्यपि स्थिति अभी नियंत्रण में हैं, जिला प्रशासन बाढ़ राहत बचाव कार्यां हेतु पूरी तरह मुस्तैद हैं। सभी एजेन्सियों को जमीनी स्तर पर मय संसाधनों के अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
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