करौली। करौली जिला मुख्यालय के समीपवर्ती तुलसीपुरा ग्राम पंचायत के टोंका-खरेटा गांव स्थित नन्दे भूमिया (नन्दे बाबा) देव स्थल पर मंगलवार को सालाना जात (मेला) जुड़ा। इस मौके पर दर्शनों के लिए जिले सहित दूरदराज शहरों से हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने नन्दे भूमिया की पूजा-अर्चना कर मनौती मांगी। देवस्थल पर दिनभर नन्दभूमिया के जयकारे गूंजते रहे। मेले के मद्देनजर तड़के से ही श्रद्धालुओं का नन्देभूमिया पर पहुंचना शुरू हो गया, जो दिन चढ़ने के साथ ही बढ़ता गया। श्रद्धालुओं की भीड़ और जयकारों से माहौल धर्ममय हो गया। इस मौके पर करौली सहित नादौती, श्रीमहावीरजी, हिण्डौन, गंगापुरसिटी, भरतपुर, आगरा, धौलपुर सहित अन्य स्थानों के श्रद्धालु यहां पहुंचे। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं रंग-बिरंगे परिधान पहने गीत और भजन गाती जात करने पहुंची। इस दौरान हजारों श्रद्धालु पैदल ही पहुंचे, जबकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु ट्रैक्टर, जीप, कार, टेम्पो, बस आदि से जात करने पहुंचे। इससे टीकेतपुरा मार्ग और पांचना बांध मार्ग पर दिनभर वाहनों की रेलमपेल बनी रही।
मेले में प्रसाद, सौन्दर्य प्रशाधन, खिलौने आदि की दुकानें भी सजी। रास्ते में कई जगह श्रद्धालुओं के लिए पेयजल के प्रबंध किए गए थे। गौरतलब है कि गांठ, फोड़े-फुंसी, जहरीले कीटों व अन्य बीमारियों के उपचार के लिए ख्याति प्राप्त इस देव स्थान पर भादो माह की त्रयोदशी को यहां सलाना जात जुड़ती है। इस मौके पर शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस जाप्ता भी तैनात रहा। मेले के अवसर पर कुश्ती दंगल का भी आयोजन हुआ, जिसमें विभिन्न पहलवानों ने जोर-आजमाइश की। इस दौरान उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश तक से पहलवान दंगल में पहुंचे। तुलसीपुरा ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि रामवीर गुर्जर ने बताया कि टोंका-खरेटा स्थित नंदे भुमिया के वार्षिक मेले में कुश्ती दंगल का आयेाजन हुआ, जिसमें विभिन्न पहलवानों ने भाग लिया। इस दौरान करीब 100 कुश्तियां हुईं। आखिरी कुश्ती 11 हजार रुपए की हुई। इस दौरान पूर्व प्रधान सियाराम गुर्जर, पूर्व सरपंच पूरणसिंह, बंटी गुर्जर, गोवर्धन सुबेदार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।