राजसमंद। सावन के पहले सोमवार को कुंभलगढ़ क्षेत्र के सभी शिवालयों में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचे. प्रदेश के सबसे बड़े तीर्थ परशुराम महादेव और राजस्थान के अमरनाथ कहे जाने वाले महादेव में सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना-जाना शुरू हो गया, जो दिन भर जारी रहा. मंदिर से करीब एक किलोमीटर की दूरी तय कर श्रद्धालु पैदल मार्ग पर दर्शन के लिए आते रहे। इससे पहले सुबह पुजारी भागवत पुरी गोस्वामी, प्रवीण पुरी गोस्वामी, रवींद्र पुरी गोस्वामी, मोहित पुरी गोस्वामी और अन्य ने गुफा मंदिर में बाबा परशुराम की विशेष पूजा-अर्चना की।
अधिक भीड़ न हो इसके लिए परशुराम सेवा मंडल ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने भी बारी-बारी से भक्तों को दर्शन दिए। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर करीब 5 पुलिसकर्मी भी मौके पर व्यवस्था देखते दिखे. श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसकी जिम्मेदारी ट्रस्ट के व्यवस्थापक अंबालाल गुर्जर, धन सिंह ने भी ली। वहीं खुमसिंह फूटा मंदिर पर कल्पवृक्ष वाटिका में व्यवस्था में लगा हुआ था। इसके अलावा पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण परशुराम महादेव मार्ग का फुटपाथ जर्जर हो गया था। जिसे अब सुव्यवस्थित कर दिया गया है. श्रद्धालु यहां आसानी से आ सकते हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के वेरो मठ में भी श्रद्धालु पहुंचे. वही कुंभलगढ़ किले पर नीलकंठ महादेव मंदिर में पुजारी अर्जुन आमेटा ने विशेष पूजा-अर्चना की।