डूंगरपुर। डूंगरपुर शहर मेें डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। लेकिन, चिकित्सा विभाग ध्यान नहीं दे रहा है और आंकड़ों को सेट करने में ही लगा हुआ है। शहर में पिछले दिनों एक और मासूम की डेंगू से मौत हो गई। इससे परिवार पर व्रजपात हो गया। प्राप्त जानकारी अनुसार शहर के भीतरी क्षेत्र में सोनिया चौक क्षेत्र में आठ वर्षीय बालक को बुखार की शिकायत आने पर परिजन उसे श्रीहरिदेव जोशी राजकीय चिकित्सालय ले गए। यहां उसकी रक्त की जांच की तो उसमें डेंगू चिन्हित हुआ। तबीयत अधिक बिगडऩे पर बालक को उदयपुर रैफर किया। तब तक बालक की हालात बहुत अधिक बिगड़ गई थी। इस पर उसे ऑक्सीजन पर लिया तथा बाद में उसे वेंटीलेटर पर लेना पड़ा। लेकिन, आखिरकार बालक ने दम तोड़ दिया। भीतरी शहर के लोगों ने बताया कि हॉस्पीटल क्षेत्र के अंदर की तरफ सोनिया चौक, भावसारवाड़ा, कंसारा चौक, इंजीनियर की गली, गुमटा बाजार आदि में डेंगू मरीज तेजी से पांव पसार रहा है। लेकिन, चिकित्सा विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
भीतरी शहर के लोगों का कहना है कि चिकित्सा विभाग डेंगू को बहुत हल्के में ले रहा है तथा आवश्यक इंतजाम नहीं कर रहा है। लेकिन, भीतरी शहर मेें डेंगू किस तरह पांव पसार रहा है इसका नमूना देखना हो, तो भीतरी शहर में एक कम्पाउण्डर के घर पर आने वाले मरीजों की संख्या देख सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि यह कम्पाउडर ही भीतरी क्षेत्र में डॉक्टर के रुप में सेवाएं दे रहा है तथा इसके यहां मरीजों का मेला उमड़ रहा है।
चिकित्सा विभाग डेंगू को नकार रहा है। निजी लेबोरेट्री के आंकड़े लिए नहीं जा रहे हैं। सरकारी आंकड़ों में भी डेंगू नहीं के बराबर बताया जा रहा है। एक तरफ चिकित्सा विभाग डेंगू रोग को हल्के में ले रहा है। वहीं, दूसरी तरफ जिला प्रशासन को भी केवल चुनावी कार्यों और चुनावी वर्ष सरकार की उपलब्धियों की रिपोर्ट बनाने में व्यस्त है। हालात यह है कि जिले में घोषित रुप से अब तक डेंगू से तीन मौत हो गई है। लेकिन, जिला प्रशासन की चिकित्सा विभाग पर ढीली पकड़ के चलते कागजों में ही सर्वे और फॉगिंग करवा कर इतिश्री कर रहा है। डेंगू को लेकर जानकारी लेंगे। रिपीट सर्वे करवाकर फॉगिंग करवाई जाएगी।