जिले में पर्यटन सर्किट के साथ ही ट्रैफिक समस्या से निजात दिलाने की मांग, सौंपा ज्ञापन
करौली। करौली रहवासियों ने यातायात की समस्या से निजात दिलाने के लिए पुराने अस्पताल भवन में सेटेलाइट अस्पताल खोलने व बाइपास के निर्माण की मांग की है.राज्य की कांग्रेस सरकार 10 फरवरी को अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने जा रही है. सरकार ने बचत, राहत और विकास को अपनी टैग लाइन बना लिया है। करौली जिले के लोगों को बजट से काफी उम्मीदें हैं। जिले में धार्मिक पर्यटन को विकसित करने के लिए करौली के मदन मोहनजी मंदिर, कैलादेवी, श्रीमहावीरजी एवं मेहंदीपुर बालाजी को जोड़कर पर्यटन परिपथ विकसित करने की मांग की जा रही है। इसके साथ ही शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर करौली में जिला अस्पताल बनाया गया है।
इससे शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहरवासियों ने यातायात की समस्या से निजात दिलाने के लिए पुराने अस्पताल भवन में सेटेलाइट अस्पताल खोलने व शहर में बाईपास के निर्माण की मांग की है. इसके अलावा मासलपुर को अनुमंडल व तिमनगढ़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की भी मांग की जा रही है। कैलादेवी वन्यजीव अभ्यारण्य के लिए भी बजट की मांग की जा रही है, ताकि विस्थापन पूर्ण हो और सवाई माधोपुर के रणथंभौर टाइगर रिजर्व के एक अन्य भाग के रूप में विकसित हो रहे कैलादेवी अभ्यारण्य को विकसित किया जा सके. कैलादेवी टाइगर रिजर्व के विकसित होने से रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान का दबाव कम हो सकेगा और क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही करौली शहर में लॉ कॉलेज और भद्रावती नदी का विकास भी प्रमुख मांगों में शामिल है।