वन विभाग के अधिकारियों की उच्च स्तरीय जांच की मांग, सौंपा ज्ञापन

उच्च स्तरीय जांच की मांग

Update: 2023-07-25 18:06 GMT
टोंक। टोंक जल वन संरक्षक घनश्याम गुप्ता, वन विस्तार अधिकारी गौरव भाटी व वन रक्षक रामराज की ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शिकायत की है। ज्ञापन में वन विभाग द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों और क्षेत्र में अवैध खनन में उनकी भूमिका की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की गयी है. शिकायतकर्ता गोविंद जाट, नीरज राजोरिया, बंसीराम, मुकेश गुर्जर, सीताराम, लक्ष्मण जाट, गणेश जाट, चौथमल शिवजीलाल, गुलाब, नाथू, आसाराम गुर्जर सहित ज्ञापन में बताया कि उपखण्ड क्षेत्र के सिरस, नोहटा सहित आसपास के क्षेत्रों में वन विभाग के अधिकारी बेरोकटोक अवैध खनन कर रहे हैं। एमजीआर वन विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है. क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों को मजदूरों से न कराकर जेसीबी मशीन से कराए जाने की भी शिकायत मिली है। नोहटा एवं सिरस वन क्षेत्र में अग्रिम मृदा कार्य किया जा रहा है। इसके लिए पहले लगाए गए पेड़ों को काटकर सीधे बेचा जा रहा है। ज्ञापन में कलेक्टर से उक्त वन विभाग के अधिकारियों की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की गई है।
अमरीका की सह प्राचार्य ने किया एपीआरआई का भ्रमण
टोंक. मौलाना अबुल कलाम आजाद अरबी फारसी शोध संस्थान में सोमवार को पिटसबर्ग विश्वविद्यालय अमरीका की सह प्राचार्य एवं अध्यक्ष इतिहास, कला एवं वास्तुकला मृणालीनी राजगोपालन ने शोध संबंधी भ्रमण किया। उन्होंने संस्थान में संधारित हस्तलिखित ग्रन्थ जेबुत तवारीख का अध्ययन किया। उन्होंने कहा कि इस हस्तलिखित ग्रन्थ की विश्व में दूसरी प्रति उन्होंने अभी तक नहीं देखी। यह बहुत महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। इसको संस्थान की ओर से प्रकाशित कराया जाना चाहिए। संस्थान के भ्रमण के दौरान विश्व की सबसे बड़ी कुरआन को देखकर अभिभूत हो गई। उन्होंने शोध कार्य में सहयोग के लिए संस्थान निदेशक प्रो. सैयद सादिक अली का शुक्रिया अदा किया। मृणालीनी राजगोपालन इसे पूर्व 2014 में भी संस्थान का भ्रमण कर चुकी है। शेखुल हदीस, नुरूल हसन रशीद कान्धालवी ने भी ग्रन्थों का अवलोकन किया।
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