नशा मुक्ति केंद्र मे भर्ती युवक की मौत, वाल्मीकि समाज के लोगों में आक्रोशित
चित्तौरगढ़। नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवक की मंगलवार की रात मौत हो गयी. जिससे वाल्मिकी समाज के लोग नाराज हो गये. जिसके चलते आज सुबह लोगों ने पांच बत्ती चौराहे पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. जो 5 घंटे बाद ख़त्म हुआ.
परिजनों समेत समाज के लोगों ने नशा मुक्ति केंद्र पर मारपीट से मौत का आरोप लगाया है. समाज के लोग मृतक के परिजनों को मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और नशा मुक्ति केंद्र पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौते के बाद धरना समाप्त कर दिया गया। जिसके बाद प्रशासन सहित आम लोगों ने राहत की सांस ली.
आपको बता दें कि आज सुबह 11 बजे से बातचीत और मंत्रणा का दौर शुरू हुआ. जिसमें प्रशासन की मौजूदगी में दो बार वार्ता और चर्चा हुई लेकिन नतीजा नहीं निकला. इसी बीच एसडीएम अर्चना बुगालिया पांच बत्ती चौराहा पहुंची और प्रदर्शनकारियों से समझाइश करने की कोशिश की. इस दौरान तहसीलदार नासिर बेग मिर्जा, पुलिस क्षेत्राधिकारी गजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
इसके बाद मृतक के समाज और नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों के बीच बातचीत हुई. जिसमें मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने पर सहमति बनी. इसके बाद वाल्मिकी समाज की ओर से पांच बत्ती चौराहे पर धरना-प्रदर्शन और जाम समाप्त कर दिया गया। धरना प्रदर्शन पांच घंटे तक चला. धरना समाप्त होने के बाद आम जनता और प्रशासन ने राहत की सांस ली और धरना समाप्त होने के बाद ही चौराहे पर आवाजाही शुरू हो सकी.
कस्बे के वाल्मिकी समाज के विनोद (40) पुत्र कन्हैया लाल कोदली को परिजनों ने तीन दिन पहले शनिवार को नशा मुक्ति के लिए केंद्र में भर्ती कराया था। विनोद की कल रात मौत हो गयी थी. विनोद का शव अस्पताल में होने की सूचना पर वाल्मिकी समाज आक्रोशित हो गया और सुबह अपनी मांगों को लेकर कस्बे की सफाई व्यवस्था का बहिष्कार कर दिया और सुबह नौ बजे से पांच बत्ती चौराहे पर धरना शुरू कर दिया।