15 लाख रुपए में प्रश्नपत्र हल करवाने की डील, सेंटर संचालक व अभ्यर्थी गिरफ्तार
जयपुर। राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट मैनेजर की ऑनलाइन परीक्षा में नकल कराने का प्रयास किया गया। इस संबंध में कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने करणी विहार थाना इलाके में एग्रिमा ऑनलाइन टेस्टिंग सेंटर के संचालक प्रदीप यादव और एक अभ्यर्थी चेतराम मीना को गिरफ्तार किया है. प्रदीप यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ और चेतराम मीना अलवर, रैणी का रहने वाला है। पुलिस ने परीक्षा केंद्र से डिवाइस लगे दो डेस्कटॉप बरामद किए हैं।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाश चंद्र बिश्नोई ने बताया कि परीक्षा 10 सितंबर को दो पालियों में आयोजित की गई थी. क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि इस परीक्षा में नकल कराने की तैयारी चल रही है. सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रानू शर्मा के नेतृत्व में टीम ने परीक्षा के दौरान केंद्र का निरीक्षण किया. इस दौरान दो डेस्कटॉप में कॉपी करने वाली डिवाइस लगी मिलीं. पुलिस पूछताछ में आरोपी चेतराम मीना ने बताया कि लोकेश मीना के माध्यम से 15 लाख रुपये में प्रश्नपत्र हल कराने का सौदा तय हुआ था. जिसमें 8 लाख रुपये प्रदीप यादव को देने थे. इससे पहले भी प्रदीप यादव नकल मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं.
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रानू शर्मा ने बताया कि परीक्षा के दौरान नकल कराने के लिए केंद्र पर सभी की भूमिका तय की गई थी. आईटी एक्सपर्ट साहिल ने डिवाइस से लैस डेस्कटॉप अभ्यर्थियों तक पहुंचाया। इस डिवाइस की मदद से प्रश्नपत्र की नकल कर नकल गिरोह को भेजा जाना था। केंद्र पर पर्यवेक्षक पवन यादव को साहिल को संबंधित उम्मीदवार की सीट के बारे में बताना था। वहीं, प्रदीप के साथी अमित यादव को अभ्यर्थियों को चाय पिलाने के बहाने उत्तर पर्ची पहुंचाने का काम दिया गया था. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सेंटर 65 हजार रुपये में किराये पर लिया था। मामले में सहायक उपनिरीक्षक महिपाल सिंह और कांस्टेबल गिरधारी ने अहम भूमिका निभाई.