22 घंटे बाद उठा छात्र का शव, कंपनी और कोचिंग संचालक के खिलाफ मामला दर्ज
22 घंटे बाद उठा छात्र का शव
उदयपुर। उदयपुर शहर में नवलगढ़ रोड पर शनिवार को सीवरेज के 15 फीट गहरे गड्ढे में गिरने से आईआईटी स्टूडेंट युवराज मीणा की मौत के बाद रविवार को परिजन व सर्व समाज ने एसके अस्पताल की मोर्चरी के पास धरना दिया। घटना के विरोध में सीकर का बाजार बंद रहा। कई दौर की वार्ता के बाद जिला प्रशासन व मृतक परिवार के बीच विभिन्न मांगों पर सहमति बनी। जिला कलेक्टर ने नगर परिषद एक्सईएन रविंद्र जैन को निलंबित कर दिया गया। सीईओ जिला परिषद की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है जो पांच दिन में रिपोर्ट देगी। परिवार को आर्थिक सहायकता व जिम्मेदारों पर कार्रवाई के आश्वासन पर 22 घंटे बाद परिजनों ने शाम 6 बजे छात्र का शव लिया।
इधर, घटना के बाद झुंझुनूं के हमीरी कला निवासी मृतक स्टूडेंट के सैनिक पिता महिपाल मीणा ने सीकर उद्योग नगर थाने में धारा 336 व 304 ए आईपीसी के तहत मुकदमा कराया है। जिसमें आरोप है कि उनका बेटा शनिवार शाम को कोचिंग में क्लास लेकर शाम करीब साढ़े सात बजे अपने किराए के मकान आनंद नगर जा रहा था।
महिला थाने के सामने नगर परिषद व संबंधित कंपनी के ठेकेदारों द्वारा खोदे गए 15 फीट गहरे गड्ढे में गिर गया। यहां किसी तरह की वैधानिक चेतावनी व बैरिकेड नहीं थे। सूचना के बावजूद नगर परिषद व रेस्क्यू टीम देरी से पहुंचने के कारण युवराज की डूबने से मौत हो गई। उन्होंने जिला प्रशासन, नगर परिषद, संबंधित कंपनी और कोचिंग संस्थान संचालक की लापरवाही को मौत का जिम्मेदार ठहराया। लापरवाही बरतने वाले दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है।
जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी : कलेक्टर कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने बताया कि हादसे में छात्र युवराज मीणा की मौत मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए अधिशासी अभियंता नगर परिषद सीकर रविंद्र जैन को निलंबित कर दिया है। इस प्रकरण से संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। छात्र के परिजनों को नियमानुसार आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी तथा घटना की जांच हेतु प्रशासनिक जांच कमेटी गठित की गई है। नवलगढ़ रोड का नाम युवराज मीणा मार्ग किए जाने के प्रस्ताव पर भी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी