राजस्थान क्राइम न्यूज़: शहर में साइबर ठगी के प्रकरण नहीं रूक रहे है। शातिर ठगी करते जा रहे है। पुलिस शातिरों को पकड़ तो नही पा रही मगर उनके द्वारा निकाली जा रही राशि को होल्ड भी करवा रही है। ऐसे में पीडि़तों को राहत भी दिला रही है। हाल में एक और साइबर ठगी का केस सामने आया है, जब एक युवक साइबर ठगी का शिकार हो गया। पुलिस की तत्परता से उसके 1.80 लाख रुपए बच गए। ठगी का शिकार हुए व्यक्ति के खाते से कुल 2.04 लाख रुपए तीन बार में निकाले गए थे। पुलिस ने शिकायत मिलते ही साइबर सेल के माध्यम से ठग के खाते से 1.80 लाख रुपए होल्ड करवा कर यह राशि वापस खाते में जमा करवा दी।
उदय मंदिर थानाधिकारी अमित सियाग ने बताया कि मकराना मोहल्ला निवासी पृथ्वी सिंह ने मामला दर्ज करवा कर बताया कि उसके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि आपके एचडीएफसी में खाते की केवाईसी अपडेट नहीं है। इस कारण खाते से लेनदेन नहीं कर पाएंगे। खाते को जारी रखने के लिए पूछे जाने पर उसने मुझे एक लिंक भेजा। इसे खोलकर कुछ जानकारी शेयर करने को कहा। ऐसा करते ही मेरे खाते से पहले 24,983 व दूसरी बार में 1,79,90 रुपए का लिंक ओपन हुआ।
ओटीपी नंबर से खाता राशि साफ की: थानाधिकारी अमित सिहाग ने बताया कि इसके बाद फोन करने वाले ने पीडि़त से एक ओटीपी पूछा। यह बताए जाने पर तीन बार में खाते से 2,04, 883 रुपए मेरे खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिए गए। पुलिस ने तुरंत साइबर संपर्क पोर्टल के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने जिस बैंक खाते में राशि ट्रांसफर की गई उस बैंक के अधिकारियों से संपर्क कर खाते को होल्ड करवाया दिया। तब तक ठग कुछ राशि खाते से निकाल चुका था। पुलिस ने 1.80 लाख रुपए होल्ड करवा वापस शिकायतकर्ता पृथ्वीसिंह के खाते में जमा करवा दिए।