बूंदी। प्रदेश की मुख्य सचिव (सीएस) बनने के बाद शुक्रवार को बूंदी आई सीनियर आईएएस उषा शर्मा ने अपना दिन यादों में बिताया। उन्होंने बालचंदपाड़ा में कुएं की बावड़ियों और सरोवर किनारे जाकर पुरानी यादें ताजा कीं। पुराने शहर की संकरी गलियों से अभयनाथ महादेव बावड़ी देखी। उन्होंने भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए। साल 1994-95 में पहली बार कलेक्टर बनकर आईं। इसके बाद उन्होंने गांव-गांव में साक्षरता अभियान 'पड़बा न चलगांव, आप लिखबा न चलेगा' चलाया, जिसके अच्छे परिणाम मिले। आज देवनारायण आवासीय विद्यालय हिण्डैली में चल रही स्मार्ट क्लास को देखकर तत्कालीन कलेक्टर-आज के सीएस हर्षित हुए। हिंडैली, बदनायगांव, खेरूना, गुढानाथावतन गांवों का दौरा किया। ग्रामीणों से आत्मीयता से बात की। कहा कि मेरी पहली पोस्टिंग बूंदी में हुई थी। मैं बहुत डरा हुआ था क्योंकि बूंदी जिला सख्त माना जाता है। यहां आने के बाद लोगों के प्यार और अधिकारियों के सहयोग से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, जिसके कारण मैं आज सीएस पहुंचा हूं। उन्होंने हिंडौली एसडीएम कार्यालय, सीएचसी, निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. हिंडौली सीएचसी में उपलब्ध सुविधाओं की सराहना की।